Sunday, December 29, 2024
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दिल्ली-कैट ने की 15 दिन का लॉक डाउन लगाने की मांग 

-दिल्ली दर्पण ब्यूरो  

दिल्ली। देशभर में कोरोना महामारी के बढ़ाते प्रकोप को देखते हुए कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने दिल्ली के उपराजयपाल श्री अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से दिल्ली में तुरंत प्रभाव से कम से कम 15 दिन तक लॉक डाउन और दिल्ली के सभी बॉर्डर पर करोनाजांच के सख्त इंतजाम की मांग की है। मुख्यमंत्री और उपराजयपाल को पत्र द्वारा लॉक डाउन की मांग करते हुए कैट्स ने कहा है की दिल्ली के लोगों और व्यापारियों के हितों को देखते हुए यह जरूरी है। कैट ने कहा है की इस कदम से निश्चित ही दिल्ली के वप्यारी और आर्थिक गतिविधियां प्रभावित  होंगी लेकिन हमें जान को प्राथमिकता देनी होगी।

कैट ने कहा की कल दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री केजरीवाल ने स्वयं इस बात को स्वीकार किया है की दिल्ली में बेड की कमी है और दवाइयां, ऑक्सीजन आदि की भी किल्लत है ! श्री केजरीवाल का यह कहना अपने आप में पर्याप्त है की यदि जल्द कोई सख्त कदम नहीं उठाये गए तो स्तिथि के बेकाबू होने की सम्भावना है !उधर कैट ने एक बार फिर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री श्री अमित शाह से आग्रह किया है की दिल्ली सहित देश भर के जिन राज्यों में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है उन सभी राज्यों में जिला स्तरों पर कोरोना से रोकथाम की पुख्ता योजना बनाई जाए ! प्रधानमंत्री ने स्वयं कहा है की छोटे कन्टेनमेंट जोन के आधार पर इस बार कोरोना की रोकथाम के उपाय होने चाहिए और जिला स्तर प्रधानमंत्री के कथन का उपयुक्त आधार है !कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खंडेलवाल ने आज यहाँ कहा की पिछले एक महीने के आंकड़े इस बात के गवाह हैं की यदि कोरोना की श्रंखला को तुरंत नहीं रोका गया तो दिल्ली में कोरोना का बम फूटना तय है ! दोनों व्यापारी नेताओं ने कहा की 18 मार्च को दिल्ली में 80253 टेस्ट हुए थे जिसमें 607 कोरोना के मामले थे और कोरोना की दर 0 .76 प्रतिशत थी जबकि दिल्ली में एक अप्रैल को 78100 टेस्ट हुए जिसमें 2790 कोरोना मामले सामने आये। यह 3.5 प्रतिशत थी। अब यह करीब 25 प्रतिशत तक पहुंच चुका है। यह आंकड़े दर्शाते है की स्थित बहुत विकराल रूप ले चुकी है।

 कैट के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष श्री विपिन अहुजा एवं प्रदेश महामंत्री श्री देवराज बवेजा ने कहा की सरकार कुछ भी दावा करे लेकिन सच्चाई यह है की दिल्ली में मेडिकल व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है क्योंकि जिस तादाद में मरीज बढ़ रहे हैं, उस तादाद में मेडिकल सुविधएं हैं ही नहीं ! अस्पतालों में बिस्तर नहीं है, आईसीयू खाली नहीं हैं , कोरोना मरीज एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल भटक रहे हैं वहीँ कैट के प्रदेश महामंत्री तथा दिल्ली ड्रग डीलर्स एसोसिएशन के महामंत्री श्री आशीष ग्रोवर ने बताया की दिल्ली के विभिन्न भागों से लोग बड़ी तादाद में कुछ कोरोना से सम्बंधित विशेष दवाइयों की लगातार मांग कर रहे हैं लेकिन वो दवाइयां बिलकुल भी उपलब्ध नहीं है जिसके कारण मरीजों में हताशा और निराशा है ! लोग अपने आप को असहाय महसूस कर रहे हैं ! सच तो यह है की पैसे तो हैं लेकिन मरीज को ईलाज उपलब्ध नहीं है !इन विकट एवं संकटकालीन परिस्थितियों को देखते हुए कैट ने उपराजयपाल श्री बैजल तथा मुख्यमंत्री श्री केजरीवाल से कहा है की उपरोक्त स्तिथि का वर्णन कोई सरकार अथवा प्रशासन पर आरोप नहीं हैं लेकिन वास्तविकता को देखते हुए अब एक बार कोरोना की श्रंखला को तोडना बेहद जरूरी हो गया है और इसके लिए न केवल प्रारंभिक तौर पर लॉक डाउन लगाया जाए बल्कि एयरपोर्ट, बस स्टैंड तथा रेलवे स्टेशनों और दिल्ली के सभी बॉर्डर पर दिल्ली में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की कोरोना जांच अवश्य की जाए और इसमें कोई कोताही को बर्दाश्त नहीं किया जाए ! लॉक डाउन का सख्ती से पालन हो ! लॉक डाउन में पास केवल सीमित संख्यां में उन व्यक्तियों को ही दिए जाएँ जिनका मूवमेंट जरूरी है !

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