तेजस्विनी पटेल, संवाददाता
नई दिल्ली। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, राजधानी दिल्ली देश में सबसे अधिक कोरोना प्रभावित शहर बन गया है। कुछ डॉक्टर इसे बेहद खतरनाक बता रहे हैं। हालांकि, कुछ हफ्ते पहले तक स्थिति ऐसी नहीं थी। इसके साथ, दिल्ली ने मुंबई को बहुत पीछे छोड़ दिया है।
गुरुवार को दिल्ली में कोरोना के 16699 नए मामले सामने आए, जबकि 112 लोगों की मौत हुई। आंकड़ों के अनुसार, राजधानी में कोरोना संक्रमण दर 20.22 प्रतिशत थी। यह महामारी की शुरुआत के बाद बेहद खतरनाक और उच्चतम है। हालांकि, बुधवार को कम मामले सामने आए क्योंकि 20 हजार जांच की गई। इसके कारण संक्रमण दर 20.22 प्रतिशत हो गई।
तीसरी लहर के दौरान उच्चतम संक्रमण दर 14 नवंबर को 15.33 प्रतिशत थी। आंकड़ों के अनुसार, मुंबई में सबसे अधिक 11163 मामले 4 अप्रैल तक दर्ज किए गए थे।
दिल्ली में महामारी की तीसरी लहर ने 11 नवंबर, 2020 को एक दिन में सबसे अधिक 8593 मामलों को देखा, जबकि 18 नवंबर को, 131 मौतें हुईं, एक ही दिन में सबसे अधिक। वहीं, 11 अप्रैल को राजधानी में 10774 मामले सामने आए और उसके बाद इसमें लगातार वृद्धि हो रही है। मंगलवार को 13468 और बुधवार को 17282 मामले सामने आए।
अपोलो अस्पताल के डॉक्टर सुरजीत चटर्जी के अनुसार, कोरोना राजधानी में सभी को निशाना बना रहा है। चाहे बच्चा हो या बुजुर्ग, टीका लगाया जाए या नहीं। दूसरी ओर, डॉ। अवधेश बंसल का कहना है कि हमें यह देखने के लिए कुछ और दिन देखने होंगे कि इस वृद्धि का चरम कहाँ आता है। इसमें सबसे खतरनाक बात यह है कि अधिकांश या सभी परिवार के सदस्यों को संक्रमण का खतरा होता है।
बुधवार को बेंगलुरु में 8155, चेन्नई में 2564 मामले सामने आए। वहीं, महामारी शुरू होने के बाद 4 अप्रैल को पुणे में 12494 मामले दर्ज किए गए थे।