नेहा राठौर, संवाददाता
नई दिल्ली। एक देश पर कोरोना का संकट बढ़ता ही जा रहा है, आज लोग आवश्यक दवाओं और ऑक्सीजन के लिए मर रहे हैं। वहीं, कुछ लोग इस आपदा को अवसर के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। लोगों की मजबूरी का फायदा उठा रहे है। ऐसा ही कालाबाजारी का एक मामला दिल्ली के रोहिणी से सामने आया है, जहां दिल्ली पुलिस ऊचें दामों पर रेमडेसिवीर इंजेक्शनों की बिक्री करने वाले आरोपियों को धर दबोचा।
दरअसल, रेमडेसिवीर की कालाबाजरी को लेकर पुलिस को एक गुप्त मुखबिर ने जानकारी दी थी कि एक व्यक्ति जिसका नाम कपिल है। वह ब्लैक में रेमडेसिवीर इंजेक्शन बेच रहा है। मुखबिर ने एक नंबर दिया और कहा कि इस व्हाट्सएप नंबर के जरिए उससे बातचीत कर सकते हैं। जानकारी मिलते ही पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए एक जाल बिछाया। योजना के मुताबिक सीटी विकास ने खुद डिकॉय ग्राहक के रूप में आरोपी से रेमडेसिवीर इंजेक्शन की मांग की, जिसे वह 50000 प्रति इंजेक्शन बेच रहे थे।
उसके बाद आरोपी कपिल देव तिवारी(36) हज़रत निजामुद्दीन में दो डिलीवरी के लिए आया था, वहीं पुलिस ने उसे दबोच लिया और उसके पास से दो रेमडेसिवीर इंजेक्शन बरामद किए। जिसके बाद उस पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुछताछ के दौरान आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह जसोला में एक दवा की दुकान चलता है। उसने बताया की उसकी दुकान पर एक सेल्समैन आता है जिसका नाम राहुल है जो उसे रेमडेसिवीर इंजेक्शन उपलब्ध करता है। जिसे वह ब्लैक- मार्कट में ज्यादा कीमत पर बेचता था। आगे की पूछताछ जारी है।