तेजस्विनी पटेल, संवाददाता
नई दिल्ली। राजधानी के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी लगातार बनी हुई है। अस्पतालों को मरीजों के जीवन को बचाने के लिए आपातकालीन संदेश भेजने पड़े हैं। मंगलवार को दिल्ली के साम और ट्राइटन हॉस्पिटल्स में ऑक्सीजन खत्म हो रही थी। ऐसे में अस्पताल प्रशासन ने मदद की गुहार लगाई। कई रोगियों को समय पर सहायता से बचाया जा सकता था।
दक्षिण दिल्ली के समा अस्पताल में मंगलवार दोपहर ऑक्सीजन सप्लाई चलने की कगार पर पहुंच गई। अस्पताल ने लगभग 4 बजे प्रशासन को एक आपातकालीन संदेश भेजा, जिसमें कहा गया था कि अस्पताल में भर्ती मरीजों की जान खतरे में थी, और उनके पास केवल एक घंटे का ऑक्सीजन बचा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली सरकार ने 4 बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर अस्पताल भेजे।
इससे पहले, अस्पताल ने मरीजों के रिश्तेदारों को लिखा था कि अगर ऑक्सीजन की कमी से किसी मरीज की तबीयत खराब हो जाए या मौत हो जाए, तो वे अस्पताल को ज़िम्मेदार नहीं ठहराएंगे। समा अस्पताल की डॉक्टर अनुषा गुदुमुला ने कहा कि 30 मरीजों को अस्पताल में ऑक्सीजन सहायता पर भर्ती किया गया है। ऑक्सीजन की कमी के कारण, दो लीटर ऑक्सीजन उन रोगियों को उपलब्ध कराया जा रहा है जिन्हें तीन लीटर ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है, क्योंकि पिछले कुछ दिनों से ऑक्सीजन लगातार घट रही है।
बाहरी दिल्ली के संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गया है। प्लांट को फ्रांस से मंगवाया गया है। इससे प्रतिदिन 80-100 बड़े सिलिंडर भरे जाएंगे। अस्पताल में 118 कोविड बिस्तरों पर कोरोना के मरीज भर्ती है। मंगलवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अस्पताल का दौरा कर मरीजों का हाल जाना। उन्होंने डॉक्टरों को रोगियों को बेहतर सुविधा मुहैया करवाने के निर्देश भी दिए।