तेजस्विनी पटेल, संवाददाता
नई दिल्ली। कोविड टीकाकरण कार्यक्रम में कुछ बदलाव किए गए हैं। अब कोविशील्ड वैक्सीन की पहली और दूसरी खुराक के बीच 12 से 16 सप्ताह यानी तीन से चार महीने का अंतर होगा। पहले ये अंतर 6 से 8 सप्ताह का था। जबकि कोवैक्सीन का टीका चार सप्ताह के अंतर पर लगाया जाएगा। उसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। यह जानकारी शनिवार को सीएमओ डॉ. रणदीप सिंह पूनिया ने दी।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों को पहले ही कोविशील्ड की पहली खुराक मिल चुकी है, वे अब दूसरी खुराक 12 से 16 सप्ताह में लगवाएं। भले ही उन्हें पहले 6 सप्ताह के बाद आने के लिए कहा गया हो या उन्हें पहले ऐसा 6 सप्ताह का एसएमएस प्राप्त हुआ हो। कोविड की वेबसाइट पर अब 12 सप्ताह से पहले किसी को दूसरी खुराक का टीका लगाने का प्रावधान नहीं है। ऐसे में लोग बेवजह टीकाकरण केंद्र न जाएं। उन्होंने कहा कि कभी-कभी कुछ लोगों ने 6 सप्ताह के भीतर टीका की दूसरी खुराक लगाने के लिए टीकाकरण कर्मियों पर नाराजगी व्यक्त की। जो सही नहीं है।
डॉ. पूनिया ने कहा कि लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कोवैक्सिन कंपनी के टीके में पहली और दूसरी खुराक के बीच का अंतर 4 सप्ताह पहले जैसा ही है। उसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के नए निर्देश के तहत अब स्तनपान कराने वाली माताएं भी अपना कोविड टीकाकरण करा सकती हैं।उन्होंने यह भी बताया कि जिस व्यक्ति ने कोविड का टीका लगाया या जो मरीज कोविड पॉजिटिव से बाहर आए हैं वे अब ठीक हो गए हैं और उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। ये दोनों वर्ग के लोग 14 दिनों के बाद रक्तदान कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि अब अगर किसी व्यक्ति का कोविड टेस्ट पॉजिटिव आता है तो वह ठीक होने के कम से कम तीन महीने बाद कोविड का टीका लगवा सकता है। इसी तरह अगर किसी कोविड मरीज को इलाज के लिए अस्पताल में प्लाज्मा या मोनोक्लोनल एंटीबॉडी दी जाती है तो ऐसे मरीजों को भी ठीक किया जा सकता है और अस्पताल से छुट्टी के कम से कम तीन महीने बाद उन्हें कोविड का टीका लगाया जा सकता है।