-दिल्ली दर्पण ब्यूरो
भारत नगर। कोरोना महामारी में दिल्ली पुलिस कभी राशन बाटती नजर आयी तो कभी मरीजों को हॉस्पिटल पहुंचने और ऑक्सीजन पहुँचती नजर आयी। इस बीच कुछ तसवीरें ऐसी भी आयी जो दिल्ली पुलिस को दिल की पुलिस कहने का हक़ देती है।
नार्थ वेस्ट जिले के भारत नगर थाना पुलिस ने पेड़ पर फसी के चील को उतारा और एक सोशल वर्कर की मदद से उसे चांदनी चौक में पक्षियों की हॉस्पिटल में पहुंचा दिया। हॉस्पिटल प्रशासन का कहना है की इस पक्षी की जान बचने की पूरी उम्मीद है। शनिवार का है.भारत नगर थाने से सटे डीडीए के पार्क में थाने में तैनात सिपाही मनमोहन को पेड़ पर एक चील फसी नजर आयी। सिपाही ने उसे किसी तरह से निचे उतारा तो देखा किउसकी सांसे चल रही थी। सिपाही मनमोहन ने उसे के सुरक्षित जगह पर रख तो दिया लेकिन उसे डर था की इसे कुत्ते खा सकतें है। सिपाही ने इसकी सूचना थाना अध्यक्ष मोहर सिंह मीणा दो दी। मोहर सिंह मीणा ने एक दो एनजीओ को सम्पर्क किया लेकिन किसी से कोइ मदद नहीं मिली। चील की हालत को देखते हुए मोहर सिंह ने इलाके के एक सोशल वर्कर प्रदीप कोली को इसकी जानकारी दी। प्रदीप कोहली पहले भी कई पक्षियों को जान बचा चुकें है। प्रदीप कोहली ने बिना समय गवाये चील को ले जाने के लिए एक टोकरा तैयार कर चील को सावधानी पूर्वक उसमें रखा और अपनी पत्नी के साथ उसे लेकर चांदनी चौक स्थित पक्षियों के हॉस्पिटल पहुंचा दिया।
प्रदीप कोहली ने बताया की थाना अध्यक्ष मोहर सिंह ने समय रहते इसकी सूचना दी अब पूरी उम्मीद है की बेजुबान पक्षी के प्राण बच सकेंगे और यह फिर से खुले आसमान में परवाज कर सकेगा . कोरोना कल में तमाम व्यस्ताओं के बीच भारत नगर थाना पुलिस ने इस पक्षी के प्रति जो प्रेम भाव दिखाया वह प्रेरणीय है।
यदि आप भी इसी तरह किसी पक्षी के प्राण संकट में दिखे तो उसे चांदनी चौक स्थित जैन पक्षी धर्मार्थ चिकित्स्यालय पहुंचा कर उसकी जान बचा सकते है। बेशक दिल्ली पुलिस का यह प्रयाश छोटा है , लेकिन यह एक बड़ा सन्देश दे रहा है ,यह साबित कर रहा है की ऐसी आपदा में दिल्ली पुलिस सचमुईच दिल की पुलिस नजर आती है। वह पब्लिक की ही नहीं प्राणी मात्र के प्राणों की परवाह करती है। यही एक अच्छे दिल की पहचान है।