–दिल्ली दर्पण ब्यूरो
दिल्ली -दिल्ली पुलिस से आँख मिचैली खेल रहा सागर पहलवान की ह्त्या का मुख्य आरोपी सुशील पहलवान पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। नार्थ वेस्ट जिला सहित कितनी ही टीमें ओलिंपिक विजेता और एक लाख रुपये की इनामी पहलवान को खोज रही थी। नार्थ वेस्ट जिला पुलिस दो दिन पहले ही सुशील कुमार की तलाश में भटिंडा भी गयी थी। बीती रात मीडिया में सुशील पहलवान की गिरफ्तारी की खबर फ़ैली लेकिन नार्थ वेस्ट जिला पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी से इंकार किया। लेकिन सुबह तक यह खबर सच निकले और आखिकार सफलता हाथ लगी दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल को। स्पेशल सेल ने सुशील पहलवान को बाहरी दिल्ली के मुंडका इलाके से गिरफ्तार किया है। इसके इसके साथ ही सुशील पहलवान के साथ 50 हज़ार रुपये के इनामी बदमाश अजय को को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। हल्की इसकी अधिकारी घोषणा अभी नही की गयी है। इस खबर की आधिकारिक सूचना देने से पुलिस बच रही है। यही वजह है की कोई इसे पंजाब के भटिंडा से गिरफ्तार बता रहा है तो कोई इसे मुंडका से गिरफ्तार किये जाने का दावा कर रहा है। लेकिन यह सच है कि सुशील कुमार और उसके साथ फरार 50 हज़ार का इनामी बदमाश अजय उर्फ़ सुनील को पकने में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ही कामयाबी पायी है। सेल के इंस्पेक्टर शिव कुमार व् कर्मबीर की टीम एसीपी अत्तर सिंह की अगुवाई ने उसे दबोचा है।
सुशील मुंडका से गिरफ्तार किया गया है। यहाँ गैंगस्टर नीरज बवानिया का दबदबा है। नीरज का मामा रामबीर शौकीन यहाँ से विधायक भी रहा है। स्पेशल सेल के चर्चित इंस्पेक्टर शिव कुमार का नेटवर्क भी बेहद मजबूत है। यही वजह है की शिव कुमार कई गैंगस्टरों का इनकाउंटर करने में भी कामयाब रहा है। बहरहाल सुशील की गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस के लिए चुनौती बनी हुयी थी। रोहिणी कोर्ट से अग्रिम जमानत की अर्जी रद्द होने के बाद अनुमान लगाया जा रहा था की सुशील या तो हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकता है या फिर विदेश भाग सकता है। यही वजह ही की पुलिस ने उसका पासपोर्ट जब कर लिया था और उसके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस भी जारी कर दिया था। दिल्ली पुलिस से बचने के साथ साथ सुशील के सामने काला जेठड़ी गैंग से भी बचने की चिंता थी। खबर है की काला जेठड़ी ने सुशील को धमकी भी दी थी। स्पेशल सेल ने इस समीकरण का फ़ायदा उठाया और अपने नेटवर्क के जरिये यह सन्देश देने में कामयाब रही कि वह किसी भी हालत में बच नहीं सकता। उसके लिए अच्छा यही है की वह कानून की मदद करे और जाँच में सहयोग करें।
इन सब बातों को शुशील कुमार के परिजन और खुद सुशील ने भी समझ लिया था और वह खुद को सुरेंद्र करने की तैयारी में था। सुशील सरेंडर हो पाता इससे पहले ही स्पेशल सेल ने उसे दबोच लिया है। सुशील की गिरफ्तारी के साथ ही एक चेप्टर खत्म हुआ और अब पुलिस ने रहत की साँस ली है। अब पुलिस के सामने चुनौती है की वह अंतराष्ट्रीय पहलवान सागर धनखड़ की ह्त्या के आरोपी सुशील और उसके साथियों को सजा दिलवाये। अब जंग कोर्ट में होगी।