नेहा राठौर, संवाददाता
नई दिल्ली। पिछले कई दिनों से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती बाबा का ढाबा चलाने वाले कांता प्रसाद शुक्रवार को ठीक होकर घर लौट आए हैं। उन्होंने आत्महत्या की कोशिश की थी, जिसके तुरंत बाद उन्हें सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि, अब वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
अस्पताल से लौटने के बाद कांता प्रसाद ने पुलिस को अपने बयान में बताया कि उनको यूट्यूब चैनल से जुड़े कुछ लोग काफी परेशान कर रहे थे, जिसके कारण वह डिप्रेशन में चले गए थे। उन पर लगातार यूट्यूबर गौरव वासन से माफी मांगने का दबाव बनाया जा रहा था। इस से परेशान होकर उन्होंने यह कदम उठाया।
फिलहाल पुलिस ने इस मामले में कोई नई एफआईआर दर्ज नहीं की है, लेकिन पुलिस का कहना है कि उन्होंने बाबा के बयान के बाद छानबीन शुरु कर दी है। पुलिस द्वारा बाबा को परेशान करने वाले लोगों का पता लगाया जा रहा है।
गौरतलब है कि कांता प्रसाद ने 17 जून को नींद की गोलियां खा ली थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत बिगड़ने के कारण उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। बाद में हालत स्थिर होने पर उन्हें आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया था।
बता दें कि बाबा का ढाबा चलाने वाले कांता प्रसाद बीते वर्ष लॉकडाउन के समय तब चर्चा में आए थे, जब यूट्यूबर गौरव वासन ने उनका एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया था। इस वीडियो के कारण बाबा को काफी डोनेशन मिला, जिसके बाद बाबा ने यूट्यूबर पर पैसे में घपला करने का आरोप लगया। बाद में उन्होंने खुद का रेस्टोरेंट भी खोला, लेकिन कमाई न होने के कारण वह वापस ढाबे पर लौट आये।