पुनीत गुप्ता, संवाददाता,
नई दिल्ली। दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 9 के जीडी गोयनका स्कूल टीचर की आत्महत्या मामले ने तूल पकड़ लिया है जीडी गोयनका स्कूल के स्टाफ और अभिभावक ने आज स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया और स्कूल प्रबंधक और पुलिस पर मामले को दबाने का आरोप लगा रहे है। आरोप है की पीटीआई टीचर तनूप को पिछले डेढ़ साल से वेतन नहीं मिला अपने सुसाइड नोट में उसने बीजेपी में पूर्व विधायक और स्कूल प्रबंधक पर परेशान करने का आरोप लगाया है।
दिल्ली के रोहिणी स्थित जीडी गोयनका स्कूल स्कूल के पीटीआई तनूप जोहर ने अपने घर में ही ख़ुदकुशी कर ली। जीडी गोयनका स्कूल के बहार प्रदर्शन कर रहे स्कूल के अभिभावक और उनके नजदीकी इसके लिए स्कूल प्रशासन को जिम्मेदार मान रहे है। आरोप है की तनूप को पिछले डेढ़ साल से वेतन नहीं मिल रहा था। जिसकी वजह से आर्थिक तंगी इतनी बढ़ी की उसे जीवन जीने से ज्यादा आसान खुदखुशी करनी लगी। तनूप ने आत्महत्या से पहले सुसाइड नोट भी लिखा है जिसमें उसने इसके लिए स्कूल की मैनेजमेंट और स्कूल संचालक बीजेपी के पूर्व विधायक कुलवंत राणा को इसके लिए जिम्मेदार माना है।
अभिभावकों का कहना है की तनूप के बहुत ही बेहतरीन इंसान थे। वे 6 साल से जीडी गोयनका स्कूल में काम कर रहे थे। अभिभावकों का कहना है की स्कूल ने कभी फीस कम नहीं की उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि जब अभिभावक फीस दे रहे है तो टीचर को स्कूल वेतन क्यों नहीं दे रहे है। अभिभावकों और उनकी परिजनों का आरोप है की पुलिस सुसाइड नोट होने के बाद भी मामला दर्ज़ करने में आना कानी कर रही है।
इस मामले में हमने स्कूल प्रबंधन से भी बात करने की कोशिस की स्कूल प्रबंधन ने केमरे पर तो आने से इंकार किया लेकिन कहा की तनूप कॉन्ट्रेक्ट टीचर थे और उनका करार ख़त्म हो गया था, मामला कोर्ट में विचाराधीन है। बहरहाल दिल्ली के बहुत बड़े निजी शिक्षण संस्थान के साथ साथ बीजेपी के बड़े नेता से भी जुड़ा है लिहाज़ा पुलिस भी कुछ बोलने बच रही है।