दिल्ली दर्पण ब्यूरो
नार्थ दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष विकास गोयल ने बीजेपी पर आरोप लगाया है की वह साप्ताहिक बाज़ारों को निजी हाथों में देकर पैसा कमाने की तैयारी कर रही थी, लेकिन आम आदमी पार्टी इनकी इस नियत की पोल खोली तो बीजेपी बैकफुट पर आ गयी और अब उस प्रस्ताव को रद्द करने का ऐलान कर झूठ बोल रही है।
विकास गोयल ने स्थायी समिति अध्यक्ष जोगी राम जैन के अख़बारों में दिए बयान व स्थायी समिति के 27 जुलाई के एजेंडे का हवाला देते हुए कहा कि एजेंडे में 43 वें नंबर पर साफ़ लिखा हुआ है कि वे साप्ताहिक बाज़ारों को निजी हाथों में देने के प्रस्ताव को स्थगित कर रहे है। यह इस बात का प्रमाण है की बीजेपी साप्ताहिक बाज़ारों को प्राइवेट हाथों में देकर हज़ारों गरीब रेहड़ी पटरी वालों के पेट पर लात मारकर खुद पैसा कमाने की तैयारी कर चुकी थी। विकास गोयल ने कहा की अब बीजेपी नेता झूठ बोल रहे है कि उनका मन नहीं है की साप्ताहिक बाजार निजी हाथों में दिए जाएं। यदि ऐसा है तो इस प्रस्ताव को अस्वीकार क्यों नहीं किया गया ? क्यों इसे स्थगित किया गया ? आम आदमी पार्टी नेता और नार्थ एमसीडी में नेता विपक्ष विकास गोयल ने कहा की स्थायी समिति अध्यक्ष जोगी राम जैन मीडिया में बयान दिया था की साप्ताहिक बाज़ारों में बहुत भ्र्ष्टाचार है। अधिकारी और निगम पार्षद बहुत भर्ष्टाचार कर रहे है।
जोगी राम जैन ने बयान दिया था की वे आगामी स्टेडिंग कमेटी में इस प्रस्ताव को पास करेंगे। बीजेपी साप्तहिक बाजार लगाने वाले गरीब लोगों के पेट पर लात मारकर उनकी रोजी रोटी छीनने की पूरी तैयारी कर चुकी थी लेकिन आम आदमी पार्टी के विरोध के बाद अब उनके नेता कुछ अलग बयान दे रहे है। विकास गोयल ने कहा की यदि बीजेपी ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया तो यह दिल्ली के तमाम गरीब लोगों की जीत होगी। आम आदमी पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी को इस मुद्दे पर ऐसा घेरा है की वह बचाव की मुद्रा में आ गयी है। यही वजह है की अब बीजेपी नेता कह रहे है की ऐसा कोई प्रस्ताव था ही नहीं।