बबीता चौरसिया
नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में लगातार वायु प्रदूषण के बढ़ने से लोगों का सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है। जिसके चलते अस्पतालों में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है। प्रदूषित हवा का सबसे ज्यादा असर बच्चों, बुजुर्गों और कोरोना मरीजों में देखने को मिल रहा है।
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लगातार बढ़ते मरीजों की संख्या पर चिंता जताते हुए लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल के एमडी डॉ. सुरेश कुमार ने शनिवार को कहा, कि “प्रदूषण का बढ़ता स्तर गंभीर चिंता का विषय है। इससे बुजुर्गों, स्कूल जाने वाले बच्चे, वे मरीज जिन्हें सांस की तकलीफ है, या फिर वह मरीज जिन्हें पहले कोविड हो चुका है, उनकी समस्या और बढ़ गई है।”
पिछले कुछ दिनों में हमारे वार्ड में 10-15 प्रतिशत मरीजों में बढ़ोतरी हुई हैं। इनमें सांस की तकलीफ के मरीजों की संख्या ज्यादा है। दीपावली के बाद ऐसे लोग आ रहे है, जिन्हें सांस लेने में तकलीफ आ रही है। रोजाना 4-5 बच्चों को एलर्जी, अस्थमा और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के साथ भर्ती कराया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जब हवा प्रदूषित होगी तो कोरोना वायरस सहित सभी वायरस लंबे समय तक वातावरण में जीवित रहते हैं। इसके साथ ही डॉक्टर ने लोगों को घर से बाहर निकलते वक्त मास्क लगाने की भी हिदायत दी है।
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