-दिल्ली दर्पण ब्यूरो
दिल्ली। देश में आगामी पांच छह महीने में कई राज्यों में चुनाव होने जा रहे है। देश में लोकतंत्र और चुनाव सुधार के लिए काम कर रहे भारतीय मतदाता संघठन के अध्यक्ष रिखब चंद जैन ने सभी राजनैतिक पार्टियों से अपील की है की वे राष्ट्रहित में किसी भी आपरधिक व्यक्ति को टिकट ने दें। आपराधिक प्रवृति के व्यक्तियों का सरकार में लाना देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना है। भारतीय मतदाता संघठन संरक्षक अश्वनी उपाध्याय द्वारा दायर अपील पर माननीय सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था की सरकार आवश्यक सुधार कर ऐसे नियम और कानून बनाये ताकि विधान सभा , लोकसभा , राजयसभा सहित तमाम लोकतान्त्रिक संस्थाओं में स्थान ने पा सकें।
भारतीय मतदातासंगठन के संस्थापक श्री रिखब चंद जैन ने इस पर खेद और गुस्सा व्यक्त करते हुए कहा कि मतदाता संगठन ने सरकार , राजनैतिक और चुनाव को कई बार याद दिलाया लेकिन कुछ नहीं हुआ और न हो कुछ होने की उम्मीद है। बेलगाम होती राजनैतिक पार्टियां सत्ता के लिए राष्ट्रहित को दाव पर लगा रही है ,अपराधियों घोटालेबाजों को टिकट देकर अपनी जेब भर रही है। जिन अपराधियों को सरकार मामूली नौकरी नहीं देती उन्हें विधायक संसाद और मंत्री बनाकर मान्यनीय बना देती है।
डॉ रिखब चंद जैन ने आम नागरिकों से आह्वान किया कि वे किसी भी हाल में आपराधिक व्यक्तियों को वोट न दें। राजनैतिक पार्टियों से निवेदन करें की वे गलत लोगों को टिकट न दें। एक सजग और राष्ट्र हितेषी नागरिक को भूमिका निभाएं और अच्छी छवि वाले उम्मीदवार को ही वोट दें। यदि किसी क्षेत्र में कोइ स्वच्छ छवि का उमीदवार नजर न आये तो जमकर नोटा का बटन दबाएं और सभी को ख़ारिज करें। सभी लोग ऐसा करेंगे तो ऐसे व्यक्ति राजीति में नहीं आप पाएंगे और पार्टियां भी ऐसे लोगों को टिकट देने से परहेज करेंगी। देशहित में यह बहुत जरूरी है।
मतदाता संघठन के संस्थापक डॉ रिखब चंद जैन ने पढ़े लिखे और समझदार लोगों से अपील की कि वे वोट देने जरूर जाएं, मतदान के दिन छुट्टी न मनाएं। मतदान के प्रति हमारी उदासीनता देश के भाग्य और भविष्य को बिगाड़ती है। स्थानीय “मतदाता मित्र” बन कर, जो लोग वोट देने ना जाए, उनको वोट देने जाने के लिए प्रेरित करें, तभी वास्तविक रूप में लोकतंत्र की स्थापना हो सकती है। इसके लिए स्थानीय स्वयंसेवी संस्थान, स्थानीय प्रबुद्ध लोग, चेंबर ऑफ कॉमर्स बार एसोसिएशन और सेलिब्रिटी इसे कर्तव्य समझे। लोगों को वोट सोच समझ कर देने के लिए प्रोत्साहित करें। कोशिस होनी चाहिए कि उनके इलाके में 100% वोटिंग हो। वोट जाति, अपने धर्म, क्षेत्र, भाषा या रंग के आधार पर नहीं बल्कि राष्ट्रहित में दें।
भारतीय मतदाता संगठन ने चुनाव आयोग से निवेदन करते हुए कहा कि वह यह सुनिश्चित करे कि चुनाव निष्पक्ष हो ,के अधिकारियों को भी निवेदन करना चाहता है कि चुनाव निष्पक्ष हो और चुनाव में या टिकट देने में या नॉमिनेशन फाइल करने में किसी तरह की रुकावट न हो। लोकल प्रेशर सत्तारूढ़ या किसी भी दबंग पार्टी का प्रेशर ना पड़ने दे। बंगाल चुनाव से सबक लें और जरूरी जानकारी पर संज्ञान लें। प्रत्येक मतदाता को सुरक्षित रूप से बिना भय के वोट देने के लिए व्यवस्था सुनिश्चित करें।