Saturday, December 28, 2024
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क्या दिल्ली के स्कूलों में मिड डे मील के नाम पर बांटी जा रही है नकली चावल के रूप में मौत

संवाददाता, दिल्ली दर्पण टीवी

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में बांटे जा रहे मिड डे मील में क्या मौत बाँटी जा रही है।
यह सवाल खड़ा किया है मुंडका के घेवरा गांव के सरकारी स्कूल में राशन लेने वाली महिलाओं ने। आज बड़ी संख्या में महिलाओं ने चावल में प्लास्टिक के चावल मिलाने की शिकायत की तो इलाके में हड़कंप मच गया। खुद मिड डे मील में सूखा राशन देने वाले स्वीकार कर रहे हैं इस तरह का चावल उन्होंने पहली बार देखा है।


शिकायत सामने आने के बाद स्थानीय विधायक धर्मपाल लाकड़ा ने खुद भी जांच की और कुछ भी कहने से बचते नजर आये। बहरहाल इसकी सूचना डीएम को दे दी गयी है और चावलों के सैंपल जांच के लिए भेज दिए गए हैं।

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दिल्ली सरकार के स्कूलों में मिड डे मील में मिले रहे चावलों में क्या प्लास्टिक के चावलों की मिलावट है मुंडका इलाके के घेवरा गांव की इन महिलाओं की चिंता तो यही है। इन्हे मिड डे मील में मिल रहे सूखे राशन में जब चावल मिले तो उनमें कुछ चावल अलग से नजर आये।
इनका कहना है कि ये प्लास्टिक के चावल हैं जिन्हें चावलों में मिलाकर दिए जा रहे हैं। देखने में ये चावल कम प्लास्टिक ज्यादा नजर आ रहे है। ये चावल मिड डे मील डिस्ट्रीब्यूशन करने वाले कर्मचारियों और स्थानीय महिलाओं को असली चावल नहीं लग रहे हैं।


जिसने भी इन चावलों को छूकर देखा, उसने इसके असली चावल होने पर संदेह व्यक्त किया। स्कूल में महिलाएं यहाँ से मिले चावलों के सैंपल लेकर पहुंचीं और अपनी नाराजगी जाहिर की। महिलाओं ने कहा कि इस तरह के चावल खिलाकर बच्चों के जीवन से खिलवाड़ नहीं कर सकते। उनकी शिकायतों को भी गंभीरता से नहीं लिया गया।
एक स्थानीय महिला ने बताया कि हमने शिकायत की तो कहा कि हमारा काम तो केवल देना है। जहाँ शिकायत करनी है वहां कर दो।


स्कूल में राशन वितरण करने वालों से संतोषजनक जबाब नहीं मिलने पर मामला स्थानीय विधायक तक पहुंचा। स्थानीय विधायक धर्मपाल लाकड़ा ने भी सैंपल मंगवाए और इनकी खुद जांच की लेकिन विधायक साहब भी इस पर कैमरे पर कुछ भी कहने से बचते नजर आये।
जाहिर है इन चावलों में कुछ तो मिलावट है, लेकिन क्या है इसके जवाब के लिए डीएम ने चावलों के सैंपल जाँच के लिए भेज दिए हैं। जांच के बाद ही आधिकारिक रूप से कुछ कहा जा सकता है कि आखिर चावल में प्लास्टिक जैसी चीज आखिर है क्या?

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