मान्या जैन
आखिर क्या है लम्पी वायरस और क्या है इसके लक्षण
कोरोना जैसी महामारी के बाद, पर्यावरण के जानवर लम्पी वायरस के चपेट में आ गए है । यह कोई मामूली बीमारी नहीं परंतु एक खतरनाक तरीके का वायरस है जो एक जानवर से दूसरे तक मक्खियों और मच्छरों के माध्यम से ट्रांसफर होकर फैल रहा है । इस वायरस से संक्रमित जानवरों को बुखार, त्वचा पर गांठ, दूध उत्पादन में कमी, नम आँखें और भूख में कमी जैसी तकलीफ हो सकती है। सिर्फ यही नहीं, पूरे शरीर पर गोल उभरी हुई गांठें जैसे लक्षण भी दिखाई दिए जा रहे है । इसके साथ ही पैरों में सूजन और काम करने की क्षमता भी कम हो जाती है। दूरतम स्थितियों में जानवर की मौत भी हो सकती है । वर्ल्ड ऑर्गनाइजेशन फॉर एनिमल हेल्थ के अनुसार मनुष्यों को इस बीमारी से कोई खतरा नही है ।
लम्पी वायरस से प्रभावित क्षेत्र
यह वायरस तड़ित की गति से बढ़ते हुए पर्यावरण के अधिकतर जीवों की हत्या का कारण बनता जा रहा है जिसका उदाहरण है राजस्थान जहां 57,000 से ज्यादा मवेशियों की मौत हो चुकी है ।फिशरीज़, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम खोडाभाई रुपाला का कहना है कि वायरस गुजरात, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सहित 6-7 राज्यों में भी फैल गया है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है और केंद्र सरकार लगातार राज्यों को एडवाइजरी भी जारी कर रहा है । पुरुषोत्तम खोडाभाई रुपाला ने लोगों को अपनी गायों को बकरी का टीका लगवाने की सलाह देने के साथ-साथ राज्य सरकारों से टीकाकरण की प्रक्रिया में तेजी लाने को कहा है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार को पत्र लिखते हुए यह मांग की है कि इस वायरस को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए ।
दिल्ली सरकार का स्टैंड
दिल्ली में इस वायरस के कुल 173 मामले सामने आए हैं। गायों में फैले इस वायरस से बचने के लिए पशु चिकित्सालयों को एक विशेष आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है और 24 घंटे के आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर भी निकाला गया है । संक्रमित मवेशियों के इलाज के लिए लोग 8287848586 पर संपर्क करके मदद भी मांग सकते है ।