-दिल्ली दर्पण ब्यूरो
-पश्चिम विहार में बिल्डर की मौत की वजह कर्ज़दार बना मामा
-अमित गोयल और मामा प्रमोद मित्तल को पूर्व मंत्री ने भी दी थी धमकी
-अमित की हत्या क्या प्रमोद मित्तल को डराने के लिए हुयी ?
-साढ़े आठ करोड़ के साथ क्या मंत्री को भी लेने थे करोड़ों रुपये ?
दिल्ली। वेस्ट दिल्ली के पश्चिम विहार इलाके के 2 जुलाई को हुई प्रॉपर्टी कारोबारी, बिल्डर अमित गोयल की हत्या क्या उसके मामा प्रमोद मित्तल को डराने के लिए की गयी थी ? क्या इस हत्याकांड में कांग्रेस के पूर्व मंत्री का भी कोई सम्बन्ध है? अमित गोयल की हत्या के बाद जो सवाल उठ रहे है और अब जो कुछ सामने आ रहा है उससे तो यह लगता है कि मामा का कर्ज़दार होना भांझे की मौत की वजह बन गया। इस हत्याकांड के बाद एक ऑडियो भी सामने आया है जिसमें कथित रूप से दिल्ली का पूर्व मंत्री अमित और धमकाते हुए पैसे मांग रहा है। कहने को तो यह हत्याकांड साढ़े आठ करोड़ रुपये के लेने देन से जुड़ा मामला है ,लेकिन कथित मंत्री के ऑडिओ और मृतक अमित गोयल के नजदीकी लोगों से पता चलता है कि मामा प्रमोद मित्तल की देनदारी इससे और भी दबंग और पावरफुल लोगों की है।
गौरतलब है की बिल्डर अमित गोयल की हत्या 2 जुलाई को दिन दहाड़े उसके ही ऑफिस के बहार कर दी गयी थी। पुलिस ने इस मामले में कुछ दिन बाद दीपक उर्फ़ दीपांशु और भूपेंद्र नाम के दो लोगों को गिरफ्तार अमित गोयल को हथियारों का सप्लायर बताते हुए दावा किया कि अमित ने एक गैंग से 10 लाख रुपये लेकर उन्हें रिवाल्वर नहीं दी जिसके वजह से उसकी हत्या कर दी गयी। यह कहानी पकडे गए आरोपियों ने ही पुलिस को गुमराह करने के लिए यह मनगढंत कहानी बनाई और पुलिस को गुमराह करने में कामयाब भी हो गए। लेकिन इसके बाद कहानी में कुछ संदेह होने पर इसकी जांच के लिए गठित एसआईटी ने इस मामले में मनोज पंडित नाम के एक शख्स को गिरफ्तार कर ह्त्या की गुत्थी सुलझाते हुए दावा किया की यह हत्याकांड अमित के मामा प्रमोद मित्तल से साढ़े आठ करोड़ रुपये के लेन देन को लेकर हुया है। जांच में सामने आया कि जूता कारोबारी भूषण बंसल और उसके भाई संजय बंसल ने प्रमोद मित्तल के कारोबार में 2011 से 2015 के बीच साढ़े आठ करोड़ रुपये का निवेश किया था। प्रमोद मित्तल के कई निजी स्कूल चलते है। इसी रकम को निकलवाने के लिए भूषण बंसल का जानकार मनोज पंडित ने अपने गैंगस्टर सहयोगियों से अमित की हत्या करवा दी।
अमित गोयल खुद भी बहुत दबंग था और अपने मामा की ढाल बना हुआ था। अमित जेल भी रह चुका है लिहाज़ा उसके सम्पर्क भी कम नहीं थे। बंसल बंधू जब ये पैसे नहीं निकलवा आये तो उन्हें बहादुर गढ़ निवासी अपने एक जानकार मनोज पंडित से सम्पर्क किया। बंसल बंधू और मनोज पंडित के बीच तय हुआ कि वह प्रमोद मित्तल से साढ़े आठ करोड़ रुपये निकलवा लेगा जिसमें से साढ़े पांच करोड़ वह उन्हें देगा और बाकी के तीन करोड़ वे और उसके साथ आपस में बाँट लेंगे। इसके बाद क़र्ज़ में डूब चुके प्रमोद मित्तल पर दबाब और धमकियों का दौर शुरू हो गया।
मनोज पंडित के अलावा दिल्ली के एक पूर्व मंत्री ने भी अमित और उसके मामा प्रमोद मित्तल को अपनी रकम वापस करने के लिए धमकियां दी। इस सबसे बावजूद भी कोई भी प्रमोद मित्तल से पैसे वसूल नहीं कर पा रहा था। प्रमोद मित्तल ने साफ़ कहना शुरू कर दिया कि उसके पास पैसे नहीं है। लिहाज़ा इसके बाद मनोज ने अमित की ह्त्या की योजना बनाई। ताकि वह प्रमोद की ताकत को तो तोड़ ही सके, साथ ही प्रमोद की डरा भी सके।
अमित के जीजा अमित गुप्ता ने दिल्ली दर्पण टीवी पर यह स्वीकार किया कि अमित की ह्त्या उसके मामा की वजह से हुयी है। अमित गुप्ता ने यह भी स्वीकार किया की एक बड़े नेता ने भी उन्हें गालियां देते हुए धमकियाँ दी थी।बहरहाल पुलिस अमित गोयल हत्याकांड की गुत्थी सुलझा लेने का बेशक दावा करे ,लेकिन एक पूर्व मंत्री की धमकी और जितनी रकम प्रमोद मित्तल पर बताई जा रही है उसे देख कर लगता है की यह मामला अभी शांत नहीं हुआ है। अब इसे पुलिस की नियत की कमी कहें या काबिलियत की कि प्रमोद मित्तल और दिल्ली के उक्त पूर्व मंत्री की ऑडियो के बावजूद पुलिस ने उसकी भूमिका पर कुछ नहीं कहा।