दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ढाई साल से फरार यह महिला नोएडा के एक कॉल सेंटर में काम कर रही थी। इसे 5 सितंबर 2020 को भगोड़ा घोषित करने के बाद 50,000 रुपये का इनाम रखा गया था।
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
दिल्ली दंगे 2020 के दौरान दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की हत्या की आरोपी 27 वर्षीय एक महिला को नोएडा से गिरफ्तार किया गया है। ढाई साल से फरार महिला नोएडा के एक कॉल सेंटर में काम कर रही थी। इसे 5 सितंबर 2020 को भगोड़ा घोषित करने के बाद 50,000 रुपये का इनाम रखा गया था।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि दंगे के दौरान रतन लाल के अलावा, शाहदरा के तत्कालीन डीसीपी अमित शर्मा और तत्कालीन एसीपी गोकलपुरी अनुज कुमार को भी गंभीर चोटें आई थीं और घायलों में पचास अन्य पुलिसकर्मी भी शामिल थे। पुलिस अधिकारी ने कहा कि तकनीकी निगरानी के दौरान यह सामने आया कि आरोपी का मोबाइल नंबर उपयोग में नहीं था, लेकिन कॉल डिटेल रिकॉर्ड का गहन विश्लेषण करने पर पता चला कि उसके एक करीबी रिश्तेदार के मोबाइल नंबर से नोएडा में स्थित एक कंपनी के कस्टमर केयर नंबर पर बार-बार कॉल की जा रही थी, जिसने संदेह पैदा किया।
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गुरुवार को नोएडा के सेक्टर-63 में कोजेंट बिल्डिंग के पास जाल बिछाया गया। पुलिस उपायुक्त (उत्तर-पूर्वी) संजय कुमार सेन ने बताया कि शाम करीब साढ़े पांच बजे भजनपुरा के सुभाष मोहल्ला निवासी महिला को गिरफ्तार कर लिया गया।