प्रियंका रॉय
दिल्ली सरकार ने पटाखों पर प्रतिबंध तो लगा दिया है, लेकिन सरकार के इस नियम का कितना पालन हो रहा है ये तो सरकार भी देख ही रही है। दिवाली के मौके पर लोग कही ना कही से पटाखें ले ही आ रहे है। बिना किसी डर के पटाखों की एक जगह से दूसरी जगह सप्लाई हो रही है। आपको बता दें कि किये गये सर्वे में पता चला है कि साल 2018 के बाद से इस दिवाली दिल्ली-एनसीआर में सबसे अधिक पटाके जलाये जा रहे। सोशल मीडिया पर आये दिन लोगों के पटाखें जलाते हुए वीडियों सामने आ रहे है। इतना ही नहीं दिल्ली के कई इलाकों में तो खुलेआम पटाखें बेचे जा रहे है।
बता दें कि 30 प्रतिशत परिवारो ने तो पहले से ही पटाखों के स्टॉक खरीद कर रख लिये है। तो वही कुछ प्रतिशत लोगों का कहना है कि अभी वे भी पटाके खरीदेंगे। वही 10 प्रतिशत लोगों का कहना है कि वे दूसरे शहरों से पटाके खरीदकर लाये है। तो वही कई लोग सरकार के इस फैसले का समर्थन करते नज़र आये। दिल्ली वालों ने तो जैसे दिल्ली सरकार की बात ना मानने की कसम ही खा ली हो। कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो ट्रेंड कर रहा था जिसमें एक व्यक्ति आप ऑफिस के बाहर पटाखों की लड़ियां जलाता हुआ नज़र आ रहा था। सर्वेक्षण के मुताबिक, 59 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वह कोई पटाखे नहीं जलाएंगे।
दिल्ली सरकार ने हाल ही में घोंषणा की थी कि शहर में पटाखों का निर्माण, भंडारण और बिक्री करने पर तीन साल की जेल और 5,000 रुपये तक के जुर्माने की सजा हो सकती है। दिवाली पर शहर में पटाखे जलाने पर छह महीने तक की जेल और 200 रुपये का जुर्माना हो सकता है। लेकिन इसके बावजूद दिल्ली में धड़ल्ले से पटाखें जलाये जा रहे है।