विभाग आपसी सहयोग से बच्चों का टीकाकरण कराएं : सीडीओ दीक्षा जैन
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
फिरोजाबाद । विकास भवन सभागार में शुक्रवार को नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत पर्यवेक्षकों के लिए जनपद स्तरीय अभिमुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
बैठक में सीडीओ दीक्षा जैन ने कहा कि नियमित टीकाकरण तथा छूटे हुए बच्चों के टीकाकरण में आ रही सभी बाधाओं को विभाग आपस में सहयोग कर दूर करें और शत-प्रतिशत टीकाकरण पूर्ण कराएं। उन्होंने कहा कि टीकाकरण का विरोध करने वाले परिवारों पर विशेष रूप से ध्यान दें उनको समझा-बुझाकर उनके बच्चों का टीकाकरण कराएं।
सीएमओ डॉ डीके प्रेमी ने कहा के बच्चों की जानलेवा 12 बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि 5 साल तक के बच्चों को बीमारियों से बचाव के लिए वर्ष में 7 बार अभियान चलाकर टीकाकरण कराना होता है।
बैठक की अध्यक्षता जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ बी डी अग्रवाल ने की। बैठक में बताया गया कि टीकाकरण से कोई भी वंचित न रहे। इसके लिए सत्र को तय नियम के अनुसार संचालित कराएं। जो लोग टीकाकरण नहीं करा रहे हैं, उन्हें टीकाकरण की महत्ता बताएं। इसके साथ ही सामुदायिक स्तर पर जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन करें।
डीआईओ ने बताया कि नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत टीकाकरण से वंचित वैब (वैक्सीन अवॉइडेंस बिहैवियर) झिझक /उदासीन परिवारों को मोबिलाइज कर टीकाकरण कराने के लिए ब्लॉक स्तर पर धर्मगुरुओं, प्रभावशाली व सहयोगी व्यक्तियों की बैठक आयोजित करें।
उन्होंने कहा कि जनपद में कुछ परिवार ऐसे हैं जिनके बच्चों को टीके नहीं लग सके हैं ऐसे परिवारों को अभियान चलाकर बीआरडी टीम आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर टीकाकरण का कार्य पूर्ण करवाएं।
बैठक में डीआईओ, अर्बन नोडल डॉ नितिन जग्गी एवं यूनिसेफ के डीएमसी अनिल शुक्ला द्वारा 12 जानलेवा बीमारियों से बचने जैसे टीबी, हेपेटाइटिस बी, पोलियो, काली खांसी, डिप्थीरिया, टिटनेस, हिब इंफेक्शन, निमोनिया, दस्त, खसरा व रूबेला और दिमागी बुखार से बचने के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही बताया गया कि यदि बच्चों का नियमित टीकाकरण नहीं कराया गया तो वह उक्त बीमारियों के शिकार हो सकते हैं।
यूनिसेफ के मंडल अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा ने टीकाकरण से झिझक उदासीन परिवारों को समझाने के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन बच्चों का टीकाकरण कराकर हम बच्चों को एक स्वस्थ जीवन जीने व जानलेवा बीमारियों से बचाने का अधिकार दे सकते हैं।
बैठक में सभी सीएचसी पीएचसी प्रभारियों के साथ पंचायत राज तथा आईसीडीएस के सदस्य मौजूद रहे।