प्रियंका रॉय
एमसीडी चुनाव में महिलाओं को मिला तवज्जो
दिल्ली में एमसीडी चुनाव का ऐलान हो गया है। जिसके साथ ही सभी राजनीतिक पार्टिया सक्रिय हो गई है। फिर वह चाहे आम आदमी पार्टी हो, बीजेपी या फिर कॉंग्रेस। सभी पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है। और जीत की होड़ में शामिल हो गई है। आपकों बता दे दिल्ली में 4 दिसंबर को एमसीडी चुनाव के वोटींग होंगे। जिसके नतीजे 7 दिसंबर को आयेंगे। इस सियासी घमासान के बीच सभी पार्टियों ने अपने अपने उम्मीदवारों के लिस्ट भी जारी कर दिया है। वही आप ने एमसीडी चुनाव में महिलाओं को तवज्जो देते हुए कुल 250 सीटों में से 138 पर महिला उम्मीदवार उतारे हैं। इनमें कई ऐसी भी सीटें हैं, जो जनरल हैं, लेकिन वहां पर पार्टी ने महिला को प्रत्याशी बनाया है। इसके साथ ही इस बार आम आदमी पार्टी ने सबसे युवा महिला को टिकट दिया है।
कूड़ा, सड़क पानी बना मेन मुद्दा
वही इस रेस में एक किन्नर को भी आप ने टिकट दिया है। एमसीडी चुनाव क्यों जरूरी है और दिल्ली में एमसीडी पर किसी भी पार्टी का कब्जा हो, लेकिन एमसीडी को किन मुद्दों पर विशेष ध्यान देना चाहिए इस बारे में जब दिल्ली वालों से सवाल किये गए तो उन्होंने कहा कि दिल्ली में सबसे बड़ी जो नगर निगम की समस्या है वह है कूड़े,सफाई और पानी की। घरों में आने वाला पानी इतना गंदा होता है जिसे कोई पी नही सकता। इसे पीकर हम अकसर बीमार हो जाते है। और तो और कई बार काला पानी आता है जिसमें से गंदी बदबू आती रहती है। दूसरी समस्यां साफ-सफाई की है। कई महीनों तक ना ही नालियों की सफाई होती है और ना ही इलाके की। एमसीडी वाले भी कूड़ा उठाने 5 दिन में एक बार आते है। डेंगू और मलेरिया होने से घरों मे बच्चे बीमार हो रहे है,लेकिन कोई देखने तक नहीं आता। इतना ही नही दिल्ली के हर गली मुहल्ले की सड़के ऐसी हो गई है कि आये दिन हादसे होते ही रहते है।
आप पार्टी इन्हीं मुद्दों को लेकर चर्चा में बनी
अपकों बता दे एमसीडी चुनाव में इस बार आप पार्टी इन्हीं मुद्दों को लेकर चर्चा में बनी हुई है। वही दिल्ली एमसीडी के कर्मचारियों को समय से वेतन का भुगतान ना होना भी एक गंभीर समस्या है। सैलरी वक्त पर ना मिलने की वजह से एमसीडी के कर्मचारी समय-समय पर हड़ताल पर चले जाते है। दिल्ली में कार पार्किंग और अवैध अतिक्रमण की समस्या भी बेहद गंभीर समस्या बनकर उभरी है। दिल्ली के बाजारों में पर्याप्त कार पार्किंग ना होने की वजह से हर समय जाम जैसी समस्या बनी रहती है। एमसीडी पार्किंग कम होने की वजह से दिल्लीवासी गाड़ियों को सड़क पर ही पार्क करने को मजबूर होते है, जिसकी वजह से जाम की समस्या में इजाफा होता है। अब इन मुद्दों पर एमसीडी में अब सियासी धमासान शुरू कर दिया है।