दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
बिहार के पूर्वीं चम्पारण से संचालित हो रहा था यह गिरोह, चारों चोर भी हैं पूर्वी चम्पारण के दिल्ली क्राइम ब्रांच ने सेंधमारों के अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर 4 चोरों को गिरफ्तार किया है। इन चोरों से 2000 से अधिक बैग और 45,000 किलोग्राम प्लास्टिक पीवीसी पाउडर और दूसरा सामान बरामद किया गया है। प्लास्टिक पाउडर की कीमत 60 लाख रुपये बताई जा रही है। इस पर्दाफाश में सेंधमारी के 5 मामले सुलझाए गए हैं। बिहार के पूर्वी चंपारण से संचालित इस सेंधमारी गिरोह के जिन चार चोरों को गिरफ्तार किए गया हैं, उनमें पूर्वी चम्पारण जिले के ही अंतर्गत आने वाले थाना सुगौली के गांव सुगाओ डीह डांगरटोली का विकाश राम राजन (24 वर्ष), गांव कुरजी का अनवर-उल-हक (22 वर्ष) गांव काबिया बाजार का राकेश कुमार सा और, गांव सुगौली का गुल आलम (25 वर्ष) हैं।
दरअसल दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीमें स्थानिक पैटर्न और मोडस ऑपरेंडी के आधार पर अपराधों का विश्लेषण करती रहती हैं। इस तरह के विश्लेषण के दौरान पुलिस ने महसूस किया कि हाल के महीनों में, गोदामों में चोरी की कुछ घटनाएं हुई हैं, जिनमें एक ही मोडस ऑपरेंडी है। मामले को की गंभीरता को देखते हुए क्राइम ब्रांच के एनआर-1 की टीम को इन मामलों पर काम करने के लिए लगाया गया।
इस टीम ने चोरी से संबंधित सभी उपलब्ध जानकारी का सूक्ष्मता से विश्लेषण किया और उपयोग किए गए उपकरणों/वाहनों पर शून्य-इन करने के प्रयास किए गए। मुखबिरों को सक्रिय किया गया और तकनीकी निगरानी की मदद भी ली गई। उपलब्ध सीसीटी फुटेज के आधार पर एचसी करमजीत और एचसी कुलदीप को बिहार आधारित चोरी गिरोह के सदस्य राजन विकास के ठिकाने के बारे में जानकारी मिली। पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी ने चोरी के सामान को दिल्ली के सनोठ गांव स्थित एक गोदाम में रखा हुआ है है। इंसप्र के नेतृत्व में तुरंत छापामार टीम का गठन किया गया। आलोक कुमार राजन और इंसप्र। संजय कौशिक, एसआई नरेन्दर, एएसआई वीरेन्द्र, एएसआई संदीप. नंबर 236/अपराध, एएसआई योगेश, एएसआई अशोक नंबर 1337/अपराध, एएसआई रमेश, एचसी करमजीत सं. 1292/क्र., एचसी कुलदीप 1346/पीसीआर, एचसी संजीव सं. 1303/क्र. एसीपी श्री की देखरेख में. विवेक त्यागी द्वारा स। विचित्र वीर, डीसीपी/क्राइम की टीम ने दिल्ली के सनोठ गांव स्थित गोदाम में छापेमारी की।
पुलिस की मौजूदगी को भांपने के बाद आरोपियों ने भागने की कोशिश की लेकिन टीम के के त्वरित हस्तक्षेप के चलते वहां मौजूद चारों चोरों को गिरफ्तार कर लिया गया। इन चारों चोरों से भारी मात्रा में चोरी का सामान बरामद किया गया है। बरामदगी में 2000 से अधिक पैकेट चोरी पीवीसी पाउडर हुआ है। प्रत्येक पैकेट की कीमत लगभग 3000/- रुपये है जो खेरा गांव क्षेत्र से चुराए गए थे। बरामद सामान में 555 रोल कपड़ा भी है। जिसमें एक रोल की कीमत 2000 रुपये है। ये दिल्ली के क्षेत्र में खेरा स्थित गोदाम से चोरी किये गए थे। इन चोरों से चोरी के कटिंग व्हील के 9 पैकेट और अपराध में इस्तेमाल किए गए एम/साइकिल भी बरामद की गई है।
आरोपी विकास कुमार राम राजन गिरोह का सरगना है। जो गोदामों से बड़ी मात्रा में सामान चोरी करने में माहिर है। विकास और उसके सहयोगी बाहरी इलाकों में गोदामों के इर्द-गिर्द मोटरसाइकिल पर रेकी करते थे, जिसका मकसद उन गोदामों की पहचान करना था, जो पर्याप्त सुरक्षित नहीं हैं या जो दिनों तक नहीं खोले जाते हैं। इस बीच वे मालिक से वादा करके या तो किराए पर कुछ गोदाम भी ले लेते थे। इन चोरों से सिम कार्ड और सेल फोन भी बरामद किये गए थे। विकाश राम राजन ने सातवीं तक की पढ़ाई की है और वर्ष 2015 में अपराध करना शुरू किया था। विकाश राम राम राजन 13 आपराधिक मामलों में शामिल हो चुका है। अनवर-उल-हक ने भी सातवीं तक की पढ़ाई की है। वह वर्ष 2017 में अपराध में लिप्त हो गया था। इससे पहले 10 मामलों में शामिल रहा था। राकेश कुमार साह आठवीं कक्षा तक पढ़ा है। वह दिल्ली के बदरपुर में एक कॉम्पेरी एक्सपोर्ट में दर्जी का काम कर रहा था। यह जानकारी पुलिस आयुक्त रविंद्र यादव के ऑफिस से जारी प्रेस रिलीज से प्राप्त हुई है।