एमएसपी की कानूनी गारंटी, किसान पेंशन, कृषि भूमि के अधिग्रहण पर रोक लगाने, कर्ज माफी, फसल बीमा और राजस्व मुआवजे के मुद्दे पर होंगे कार्यक्रम, स्थापना दिवस के अवसर पर किसान संघर्ष समिति के संगठन निर्माण में विशेष योगदान देने वाले किसान नेताओं को याद किया जाएगा।
- डॉ सुनीलम किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष, पूर्व विधायक डॉ सुनीलम ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि 25दिसम्बर को किसान संघर्ष समिति का 26 वां स्थापना दिवस किसान संघर्ष समिति की सभी जिला इकाइयों द्वारा देश भर में मनाया जाएगा । इस अवसर पर जिला इकाइयों द्वारा कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिसमें किसानों की सभी फसलों की एमएसपी पर खरीद की कानूनी गारंटी लागू कराने, लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड के हत्यारों को सजा दिलाने, बिजली संशोधन विधेयक 2022 वापस लेने, किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर लादे गए फर्जी प्रकरण वापस लेने, कृषि भूमि के अधिग्रहण पर रोक लगाने, किसानों को 5000 रूपये प्रति माह किसान पेंशन देने, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का भुगतान और राजस्व मुआवजा का भुगतान करने, सभी किसानों की संपूर्ण कर्जा माफी आदि मुद्दों पर आंदोलन की रूपरेखा बनाई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि किसान संघर्ष समिति का गठन 25 वर्ष पहले मुलताई के पांच हजार किसानों के द्वारा 25 दिसम्बर 1997 को मुलताई तहसील परिसर में किया गया था। कि.सं.स.के द्वारा अतिवृष्टि, ओलावृष्टि के खिलाफ, किसानों को फसल बीमा, राजस्व मुआवजा पांच हजार रुपये प्रति एकड़, बिजली बिल माफी, अनावारी की इकाई किसान का खेत बनाए जाने को लेकर आंदोलन किया जा रहा था। 9 जनवरी 1998 को 75 हजार से अधिक किसान अपनी मांगों को लेकर कलेक्टर कार्यालय बैतूल पहुंचे थे। तहसील परिसर के सामने चल रहे शांतिपूर्ण किसान आंदोलन पर 12 जनवरी 1998 को पुलिस गोली चालन किया गया। जिसमें 24 किसान शहीद हुए तथा 250 किसानों को गोली लगी। मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा किसानों पर 67 मुकदमे दर्ज किए गए। 17 वर्ष बाद तीन प्रकरणों में डॉ.सुनीलम सहित तीन साथियों को आजीवन कारावास हुआ बाकि सभी 64 प्रकरणों में सभी किसान बरी हुए।
किसान संघर्ष समिति ने पिछले 25 वर्षों में किसानों को मुआवजा राशि दिलवाने, फसल बीमा दिलवाने, कर्जा माफी और बिजली बिल माफी कराने, अनावारी की इकाई तहसील की जगह पटवारी हल्का कराने, इल्ली के प्रकोप और गेरुआ रोग को प्राकृतिक आपदा में शामिल कर मुआवजा दिलवाने में सफलता हासिल की है।
किसान संघर्ष समिति की पहल पर भूमि अधिकार आंदोलन ,
मंदसौर पुलिस गोली चालन के बाद , जिसमें 6 किसान शहीद हुए थे, अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति, और संयुक्त किसान मोर्चा के गठन में में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया गया ।
डॉ सुनीलम ने बताया कि स्थापना दिवस के अवसर पर किसान संघर्ष समिति के संस्थापक अध्यक्ष टंटी चौधरी, संस्थापक अमरू नरवरे, प्रहलाद स्वरूप अग्रवाल (सेठजी), परसराम उमरावदे(मासाब), भूरा महाजन, संतोष राव बारस्कर, भरतलाल बरोदे, यशवन्तराव मानकर (बाबाराव मानकर) के संगठन में विशेष योगदान के लिए याद किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि स्थापना दिवस कार्यक्रम में 12 जनवरी 2023 को मुलतापी में होने वाले 25 वें शहीद किसान स्मृति सम्मेलन में किसानों की बढ़-चढ़कर भागीदारी की तैयारी की समीक्षा भी की जाएगी।
सम्मेलन में प्रख्यात किसान नेता राकेश टिकैत पहुंच रहे हैं।