Sunday, November 17, 2024
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Sahara Protest : नीलाम होगी सुब्रत रॉय की एंबी वैली!

आंदोलन से बन रहा सहारा की संपत्ति को बेचकर निवेशकों का भुगतान कराने का दबाव 

सीएस राजपूत 

सुप्रीम कोर्ट में ने फ़िलहाल सुब्रत रॉय के ड्रीम प्रोजेक्ट एंबी वैली की नीलामी पर रोक लगाने से इनकार कर दिया हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि एंबी वैली की नीलामी कभी भी हो सकती है। इस मामले की अगली सुनवाई 7 दिसम्बर को होगी। 7 दिसम्बर  को भी बड़ा फैसला आ सकता है।  दरअसल एंबी वैली की नीलामी का केस न केवल सहारा-सेबी बल्कि निवेशकों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। सुप्रीम कोर्ट की सख्ती से लगने लगा है कि सुब्रत रॉय का ड्रीम एंबी वैली उनके हाथ से फिसलने जा रहा है। 

सहारा इंडिया के चेयरमैन सुब्रत राय का शातिर दिमाग कहां तक काम कर रहा है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह न तो निवेशकों का पैसा दे रहे हैं और न ही भुगतान के लिए सहारा की कोई संपत्ति नीलाम होने दे रहे हैं। सुब्रत राय का ड्रीम प्रोजेक्ट एंबी वैली की नीलामी रोकने के लिए सुब्रत राय न पूरी ताकत झोंक दी है। सुप्रीम कोर्ट में एंबी वैली की नीलामी को लेकर चल रहे केस में सुब्रत राय किसी भी सूरत में एंबी वैली की नीलामी रोकना चाहते हैं। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल एंबी वैली की नीलामी रोकने के इनकार कर दिया है। दरअसल सहारा सेबी विवाद मामले में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट की दो जजों की बेंच ने मामले को लेकर तीन जजों की बेंच के पास भेज दिया है।

जस्टिस संजीव खन्ना की बेंच ने इस मामले में कहा है कि मुख्य न्यायाधीश इस मामले में तीन जजों की बेंच का गठन करेंगे। सुप्रीम कोर्ट में मामले की अगली सुनवाई 7 दिसम्बर को होगी। मतलब एंबी वैली की नीलामी का केस न केवल सेबी बल्कि निवेशकों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की सख्ती से लगने लगा है कि सुब्रत रॉय का ड्रीम एंबी वैली उनके हाथ से फिसलने जा रहा है। 
दरअसल भुगतान को लेकर ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा, ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार और अखिल भारतीय जन कल्याण संघ के बैनर तले सहारा इंडिया के खिलाफ चल रहे आंदोलन को द न्यूज 15  बड़ी जिम्मेदारी के साथ कवरेज कर दिखा रहा है। सहारा इंडिया प्रबंधन की तानाशाही और निवेशकों और जमाकर्ताओं की पीड़ा को लेकर सहारा चर्चा समेत कई कार्यक्रम चला रहा है। द न्यूज १५ सहारा इंडिया के निवेशकों के साथ ही दूसरी ठगी कंपनियों के खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाई को भी प्रमुखता से कवरेज कर दिखा रहा है। सहारा इंडिया के खिलाफ चल रहे आंदोलन तो जिस तरह से द न्यूज १५ ने गंभीरता के साथ दिखाया है उसका प्रभाव इतना हुआ है कि देशभर में सहारा निवेशकों के भुगतान को लेकर न केवल सहारा प्रबंधन बल्कि शासन और प्रशासन पर दबाव बना है।


द न्यूज 15  ने स्पष्ट रूप से अपने कार्यक्रम में यहां तक भी संदेश दिया है कि निवेशकों और जमाकर्ताओं की पीड़ा इतनी कष्टदायक है कि सहारा की संपत्ति को नीलाम कर इनका पैसा दिया जाए। जहां तक सहारा की संपत्ति की बात है तो  सहारा के चेयरमैन सुब्रत राय के ड्रीम प्रोेजेक्ट एंबी वैली न केवल सहारा की फेयर संपत्ति है बल्कि 39000 करोड़ रुपये की भी है। ऐसे में यदि एंबी वैली की नीलामी होती है तो कम से कम 39000 करोड़ का भुगतान तो निवेशकों का हो सकेगा।

दरअसल एंबी वैली प्रोजेक्ट सुब्रत रॉय का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है। 10,600 एकड़ में फैली एंबी वैली मुंबई के लोनावाला से 23 किलोमीटर की दूरी पर है। एंबी वैली को भारत की पहली प्लांट हिल सिटी भी कहा जाता है। इस टाउनशिप में आवासीय और कमर्शियल, दोनों संपत्तियां हैं. सुरक्षा के लिहाज से बात करें, तो यहां ट्रिपल लेयर सिक्योरिटी है। यानी बिना निमंत्रण के अंदर पहुंच पाना नामुमकिन है। 
एंबी वैली में कई सितारों के अपने बंगले भी हैं. इसमें क्रिकेट से लेकर बॉलीवुड तक के कई नामचीन चेहरे शामिल हैं। 

दरअसल वर्ष 2003 विश्वकप के बाद सुब्रत रॉय में रिवार्ड के रूप में एंबी वैली में सचिन तेंदुलकर, युवराज सिंह, सौरव गांगुली समेत पूरी क्रिकेट टीम को 7 कमरों का डीलक्स अपार्टमेंट दिया था। 
प्राकृतिक खूबियों से भरपूर इस टाउनशिप की लोकप्रियता का आलम यह है कि बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन और उनकी बहू ऐश्वर्या राय का बंगला भी इस टाउनशिप में हैं.
यहां रहने वाले ज्यादातर लोगों के पास अपना प्राइवेट जेट है, जिसके लिए सहारा ग्रुप ने टाउनशिप में प्राइवेट रनवे भी बना रखा है। बेहद मनमोहक वादियों के बीच बसी एंबी वैली वर्ल्ड क्लास हॉस्पिटल और स्कूल जैसी सुविधाएं मौजूद हैं. ऐसी सुविधाएं ही इसे देश का पहला प्लांड हील सिटी बनाती हैं। 

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