दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
कंझावला हादसे मामले में गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में रोहिणी जिले के पीसीआर और पिकेट पर तैनात कुल 11 पुसिलकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है, जिन 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है, उनमें दो सब इंस्पेक्टर, चार असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर, चार हेड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल शामिल हैं। इनमें से छह पीसीआर ड्यूटी पर थे और पांच घटना के दिन धरने पर थे।
इससे पहले गुरुार को दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय को विस्तृत रिपोर्ट सौंपी थी, जिसका अध्ययन करने के बाद गृह मंत्रालय को विस्तृत रिपोर्ट सौंपी थी, जिसका अध्ययन करने के बाद गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को कहा था कि घटना स्थल के आसपास तैनात रहे तीन पीसीआर और दो पुलिस पिकेट पर पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करते हुए उन पर अनुशानात्मक कारवाई की जाए। गृह मंत्रालय ने जांच में खामियां पाने को लेकर दिल्ली पुलिस आयुक्त को जांच अधिकारी के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करने की भी बात कही थी। इस केस में अंजलि नाम की युवती की स्कूटी को टककर मारने के बाद कार सवार लोगों ने उस लगभग 13 किलोमीटर तक घसीटा था।
दिल्ली पुलिस ने इस केस में कोर्ट को बताया था कि कार सवार लोगों ने स्कूटी सवार युवती को टक्कर मारने के कुछ देर बाद नीचे उतरे और स्थिति को देखने के बाद भी सभी आगे निकल गये। दिल्ली पुलिस द्वारा दी गई रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को तीन पीसीआर और दो पुलिस पिेकट पर तैनात पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने के लिए कहा था। इसके साथ ही गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से कहा था कि कोर्ट में दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द चार्जशीट दायर करके सभी जरूरीी कदम उठाए जाएं, जिससे दोषियों को कानून के मुताबिक सज मिल सके।
दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में नए साल के दौरान 1,40 से 2 बजे के बीच कंझावला के पास रास्ते में बलेनो कार और स्कूटी की टक्कर होसे से अंजलि नाम की लड़की पर गिर गई थी। इस दौरान उसकी सहेली भी उसके साथ थी। पुलिस का कहना है कि स्कूटी चला रही लड़की कार के नीचे अ गई और पैर का कार के निचले हिस्से में टायर के पास फंस गया, जिससे वह 10-12 किलोमीटर घिसटती रही। इससे उसकी मौत हो गई।