bjp मंदिर प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष करनैल सिंह, दिल्ली अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, सांसद मनोज तिवारी, सांसद रमेश बिधूड़ी की अगुआई में CM आवास पर हुआ प्रोटेस्ट, पुजारियों के साथ ही साधु संत भी हुए शामिल
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
दिल्ली में बीजेपी और आम आदमी पार्टी में घमासान छिड़ा हुआ है। एक और बीजेपी मेयर चुनाव न होने देने का आरोप लगाकर आम आदमी पार्टी के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं वहीं दूसरी और मंदिर प्रकोष्ठ ने मौलवियों की तरह ही मंदिर के पुजारियों के वेतन को लेकर मुख्यमंत्री पर दबाव बना रखा है। मंगलवार को दिल्ली में सीएम आवास से कुछ ही दूरी पर राष्ट्रीय अध्यक्ष करनैल सिंह की अगुआई में दिल्ली बीजेपी मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ ने धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन ने मंदिर प्रकोष्ठ से जुड़े हज़ारों पुजारियों ने मौलवियों की तर्ज पर वेतन की मांग की।
दरअसल दिल्ली में बीजेपी ने नए प्रयोग के साथ 2024 और उसके बाद दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए शंखनाद कर दिया है। दिल्ली में मंदिरों के पुजारियों को वेतन की मांग को लेकर मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के आवास के बाहर हुआ मंदिर प्रकोष्ठ का यह प्रदर्शन भी इसी शंखनाद का हिस्सा है। मंगलवार को दिल्ली के मुख्य्मंत्री आवास से कुछ ही दूरी पर हज़ारों की संख्या में मंदिर के पुजारी, संत और धर्मगुरु इस प्रदर्शन में शामिल हुए। इस अवसर पर मंत्रोउच्चारण के साथ हनुमान चालीसा का पाठ भी हुआ। उसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को चेतवानी दी गई कि वे धार्मिक आधार पर भेदभाव न करें। जिस तरह दिल्ली सरकार मस्जिदों के मौलवियों को वेतन दे रही है उसी तरह मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारे के ग्रंथियों को वेतन दिया जाए। इस प्रदर्शन में दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष , सांसद के आलावा बड़ी संख्या में पार्षद भी शामिल हुए।
इस अवसर पर करनैल सिंह ने कहा कि जब दिल्ली में मस्जिदों के मौलवियों को वेतन दिया जा रहा है तो फिर मंदिरों को सुविधाएं और पुजारियों को बह वेतन मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मांग को लेकर मंदिर प्रकोष्ठ की स्थापना की गई है। दिल्ली में हज़ारों पुजारियों को इससे जोड़ा गया है। बीजेपी मंदिर प्रकोष्ठ के आह्वान पर ही दिल्ली के मंदिरों में हर मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ भी शुरू हुआ और सनातन धर्म को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उनका कहना है कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में बीजेपी ने सबसे ज्यादा टिकट ब्राह्मण समाज को दी गई है।
दरअसल बीजेपी का यह प्रयोग दिल्ली से शुरू हुआ है और इसे बड़ा समर्थन भी मिल रहा है। ऐसे में अच्छा तो यही होगा की देश में बीजेपी शासित राज्यों में पुजारियों को वेतन देने की शुरुआत करें और एक उदाहरण सामने रखें। आज जरूरत इस बात की भी है कि देश में पुजारियों और उनकी प्रतिष्ठा को बचाया जाये। सनातन संस्कार और सनातन धर्म को मजबूत करने का मार्ग भी यही है। इस अवसर पर आचार्य महेंद्र चतुर्वेदी, करनैल सिंह, कार्यकारी दिल्ली अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, सांसद मनोज तिवारी, सांसद रमेश विधूड़ी आदि ने संबोधित किया।