एम्स में मरीजों के लिए 6400 वर्ग मीटर जमीन में एक बड़े वेटिंग हाल का निर्माण शुरू किया गया है। शनिवार को इसके निर्माण की नींव रखी गई। इसका निर्माण सीएसआर (कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) के तहत एक निजी क्षेत्र की कंपनी की मदद से किया जा रहा है।
नई दिल्ली । एम्स में मरीजों के लिए 6400 वर्ग मीटर जमीन में एक बड़े वेटिंग हाल का निर्माण शुरू किया गया है। शनिवार को इसके निर्माण की नींव रखी गई। इसका निर्माण सीएसआर (कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) के तहत एक निजी क्षेत्र की कंपनी की मदद से किया जा रहा है। इस वेटिंग हाल में एक हजार मरीजों और उनके स्वजनों के बैठने की व्यवस्था होगी। करीब चार माह में यह बनकर तैयार होगा। इसके बाद बाद एम्स में इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों और उनके स्वजनों को फायदा होगा।
मौजूदा समय में एम्स में वेटिंग हाल जैसी सुविधा की कमी के कारण दूर दराज से पहुंचने वाले सैकड़ों मरीज और उनके स्वजन अस्पताल परिसर में सड़क किनारे फुटपाथ पर पड़े रहते हैं। ऐसे मरीज और उनके स्वजन भी इस वेटिंग में रह सकेंगे। इस वेटिंग हाल का निर्माण एम्स के परिसर में कम्युनिटी सेंटर के नजदीक करीब 6400 वर्ग मीटर जमीन कराया जा रहा है। इसमें स्वच्छ पेयजल, खानपान के लिए कैंटीन व शौचालय की सुविधा होगी और 24 घंटे खुला रहेगा। एम्स को उम्मीद है कि बनकर तैयार होने के बाद अस्पताल के परिसर में मरीज फुटपाथ पर पड़े हुए नहीं दिखेंगे।
एम्स के निदेशक डा. एम श्रीनिवास ने कहा कि इससे मरीजों के लिए बड़ी राहत मिलेगी। एम्स के अनुसार इस वेटिंग हाल के पास से ओपीडी ब्लाक के लिए शटल सेवा उपलब्ध होगी। इसलिए ओपीडी में इलाज के पहुंचने वाले मरीज इस वेटिंग हाल में पहुंचेंगे। यहां से शटल सेवा में बैठकर मरीज ओपीडी ब्लाक में आसानी से पहुंच सकेंगे। दूसरे राज्यों के कई मरीज समय से अस्पताल नहीं पहुंच पाने के कारण ओपीडी में इलाज से महरूम रह जाते हैं। ऐसे मरीज वेटिंग हाल में रहकर अगले दिन ओपीडी में इलाज करा सकेंगे।