टिकैत के आंसू की तरह काम कर रहे विनेश फोगाट के आंसू, फोल्डिंग बेड को लेकर रात कथित दिल्ली पुलिस और पहलवानों की झड़पों से आंदोलनकारियों को मिल रही बड़ी सहानुभूति
चरण सिंह राजपूत
गत रात बारिश की वजह से फोल्डिंग बेड मंगाने के मामले में जिस तरह से दिल्ली पुलिस और बृजभूषण पर यौन शोषण का आरोप लगा उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे पहलवानों के बीच कथित झड़पें हुई हुईं हैं। ऑलिम्पियन विनेश फोगाट को एसीपी धर्मेंद्र के गाली देने बात सामने आ रही है। मामले को लेकर विनेश फोगाट रोती हुई देखी गईं। बजरंग पुनिया के साले दुष्यंत और राहुल को चोट आने की बात सामने आ रही है।
साक्षी मलिक के परिजन दिल्ली पुलिस पर भड़कते हुए दिखाई दिए। जैसे पहलवानों ने इन झड़पों को अपने ऊपर हमला करार दिया है। जिस तरह से जंतर मंतर पर पहुंचने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश मेरठ, मुजफ्फरनगर, बिजनौर अमरोहा के किसानों के साथ ही हरियाणा के सोनीपत, पानीपत, रोहतक हिसार से किसानों के जंतर मंतर के लिए निकलने की बात सामने आ रही है। दिल्ली बॉर्डर सील कर देने के बाद दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन की तरह किसानों और आम लोगों के जुटने की सम्भावना जताई जा रही है। ऐसे में पहलवानों का आंदोलन बड़ा रूप ले रहा है। वैसे भी किसान आंदोलन का चेहरा बन चुके राकेश टिकैत पहले ही बृजभूषण शरण सिंह का देसी इलाज करने की बात कर चुके हैं। हरियाणा भाकियू के नेता गुरुनाम सिंह चढूनी पहले ही आकर पहलवानों के आंदोलन को समर्थन दे चुके हैं।
किसान संयुक्त मोर्चा ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आंदोलन को समर्थन दिया है। ऐसे में कहा जा सकता है कि जिस तरह से नये कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन करने वाले किसानों के साथ बीजेपी नेताओं ने झड़पें की थी और गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत के आंसू निकले थे और उसके बाद आंदोलन ने बड़ा रूप ले लिया था । राकेश टिकैत के आंसू निकलने बाद सुबह ही गाजीपुर बॉर्डर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ ही हरियाणा और पंजाब के हजारों किसान गाजीपुर बॉर्डर पर जुट गए थे। ऐसे ही रात पहलवानों के साथ पुलिस की कथित हाथापाई के बाद जंतर मंतर पर किसानों के साथ ही आम आदमी जुट रहे हैं। भले ही इन लोगों को धरनास्थल पर न जाने दिया जा रहा हो पर जंतर मंतर पर बड़ा हुजूम जुट रहा है।
भले ही दिल्ली में हाई अलर्ट का दिया गया हो बॉर्डर को जाम कर दिया हो पर रात के प्रकरण के बाद दिल्ली और दिल्ली के बाहर बड़ा हंगामा हो सकता है। दरअसल पहलवानों के कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह और यौन शोषण का आरोप लगाकर चार महीने से उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर ली है पर उनको न तो पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है और न ही उनकी गिरफ्तारी हो रही है। उल्टे वह आंदोलनकारियों से कई गुना अधिक अपने समर्थकों को जंतर मंतर भेजने की चेतावनी दे रहे हैं। अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। जहां तक रात दिल्ली पुलिस और पहलवानों में झड़पों की बात है तो यह झड़प फोल्डिंग बेड को लेकर बताई जा रही है। दरअसल बुधवार को बारिश होने की वजह से पहलवानों के गद्दे गीले हो गए थे।
उन्होंने फोल्डिंग बेड मंगाए थे। पुलिस का कहना है ये बेड लेकर आप नेता सोमनाथ भारती आये थे, जबकि बजरंग पुनिया का कहना है कि ये बेड उन लोगों ने ऑर्डर किये थे। कुल मिलाकर दिल्ली जंतर ,मंतर का आंदोलन किसान आंदोलन की तर्ज पर बड़ा रूप ले रहा है। वैसे भी राकेश टिकैत ने पहलवानों के पक्ष में पूरे देश में आंदोलन करने की बात की है।