Thursday, May 9, 2024
spot_img
Homeराष्ट्रीयSahara Protest : सहारा पोर्टल को छोड़ सम्पूर्ण भुगतान को सड़कों पर...

Sahara Protest : सहारा पोर्टल को छोड़ सम्पूर्ण भुगतान को सड़कों पर उतरे निवेशक 

सुब्रत राय, पीएम मोदी और गृह मंत्री की मिलीभगत बता बीजेपी को वोट न देने का लगाया नारा 

चरण सिंह राजपूत 

नई दिल्ली। सहारा रिफंड पोर्टल को लेकर सहारा निवेशक लांच होने के दिन से ही नाराज थे। उनकी नाराजगी इस बात से और बढ़ गई कि ऑनलाइन जमा फॉर्मों का वेरिफिकेशन होगा। क्योंकि निवेशक भी जानते हैं कि वेरिफिकेशन के नाम पर बहुत खेल होता है। वैसे भी सहारा का काम तो कोई फेयर नहीं रहा है। यही वजह रही कि पोर्टल ने वेरिफिकेशन में अधिकतर फॉर्म रिजेक्ट कर दिए। हालांकि मामला डिजिटल मीडिया पर आने के बाद चुनावी नुकसान की आशंका के चलते वे सभी फॉर्म अंडर प्रोसेसिंग दिखाई देने लगे। निवेशक अब केंद्र सरकार की मंशा समझ चुके हैं। निवेशक अब सहारा पोर्टल को पूरी तरह से नकार दे रहे हैं और सम्पूर्ण भुगतान का नारा दे दिया है। निवेशकों की लड़ाई लड़ रहे संगठनों ने ऐलान कर दिया है कि यदि निवेशकों का सम्पूर्ण भुगतान नहीं होता है तो बीजेपी को वोट नहीं दिया जाएगा। 

निवेशकों की नाराजगी से केंद्र सरकार में हड़कंप है। केंद्र सरकार किसी भी हालत में निवेशकों को नाराज नहीं करना चाहती। यही वजह है कि 10000 रुपए तो अधिकतर निवेशकों को दे दिए जायंगे। फिर भी निवेशक नाराज हैं। उनका मानना है कि 10000 से कुछ होना तो है नहीं। उल्टे रजिस्ट्रेशन कराने की टेंशन अलग से। अब चाहे ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार हो,  ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष मोर्चा हो, अखिल भारतीय जन कल्याण मंच हो, विश्व भारती जन सेवा संस्थान सभी संगठन सम्पूर्ण भुगतान के नारे के साथ सड़कों पर आ गए हैं। 

ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार के राष्ट्रीय संयोजक मदन लाल आज़ाद हों,  ऑल इंडिया जान आंदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा हो, अखिल भारतीय जन कल्याण मंच हो या फिर विश्व भर्ती जन सेवा संस्थान हो। सभी संगठन सम्पूर्ण भुगतान की मांग को लेकर सड़कों पर हैं। ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार ने विधानसभाओं को घेरने की रणनीति बनाई है तो ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा ने विभिन्न राज्यों में धरना प्रदर्शन की रणनीति बनाई है। आज जहाँ रांची में ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा धरना प्रदर्शन कर रहा है वहीं ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार 5 सितम्बर को राजस्थान, 8 को मध्य प्रदेश, 11 सितम्बर को छत्तीसगढ़ तो 13 सितम्बर को उत्तर प्रदेश विधानसभा का घेराव करने जा रहे हैं। 2 अक्टूबर को गांधी जयंती दे दिन 5 लाख निवेशकों के राजघाट पर जुटने की बात की जा रही है। संगठन के राष्ट्रीय संयोजक मदन लाल आज़ाद ने ऐलान कर दिया है कि यदि गांधी जयंती तक निवेशकों का सम्पूर्ण भुगतान नहीं हुआ गांधी जयंती पर किसी को भी गांधी जी समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करने नहीं दी जाएगी। उधर विश्व भारती जन सेवा संस्थान ने पुतला फूंक अभियान चलाया है। ये लोग मशाल जुलुस निकालकर अमित शाह और सुब्रत राय के पुतला फूंक रहे हैं। 

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments