अशोक विहार में चर्चा का विषय बनी शिव महापुराण कथा
जब शिव बारात निकली तो देखते रहे गए लोग
लोगों ने दिल्ली दर्पण टीवी पर लाइव कार्यक्रम का उठाया आनंद
सुप्रभात क्लब के अध्यक्ष विपिन आहूजा अपनी पत्नी के साथ शामिल हुए कलश यात्रा में
भजन गायकों में शंकर साहनी, अनिल हँसलस, पुनीत खुराना, अजय भाई जी और अमरजीत सिंह थे प्रमुख
दिल्ली दर्पण ब्यूरो
नई दिल्ली। धर्मनगरी अशोक विहार में जब शिवबारात निकली तो लोग देखते ही रह गए। ऐसा लग रहा था कि जैसे साक्षात शिवजी की बारात निकाली जा रही हो। यह शिव बारात की विशेषता ही रही कि कार्यक्रम के 15 दिन बीत जाने के बाद भी शिव बारात की चर्चा हो रही है। यह शिव बारात में कलाकारों की प्रस्तुति की खूबी ही रही कि लोगों का कहना है कि अशोक विहार में शिव बारात जैसी बारात आज तक नहीं निकली। दावा किया जा रहा है शिवजी की शादी की जो रंगत थी ऐसी शादी देखने को नहीं मिली।
जी हां बात हो रही है। सुप्रभात क्लब द्वारा आयोजित शिव महापुराण कथा में निकाली गई शिव बारात की। इस बार सुप्रभात क्लब ने ऐसी व्यवस्था की थी कि शिव महापुराण कथा में प्रसिद्ध भजन गायकों में जबरदस्त भीड़ उमड़ रही थी। कलश यात्रा के बाद जब शिव बारात के पश्चात शिव विवाह हुई तो ऐसा लग रहा था कि मानो अशोक विहार शिव लोक में परिवर्तित हो गया हो। दिल्ली दर्पण टीवी पर हज़ारों की संख्या में लोगों ने इस कार्यक्रम को लाइव देखा है।
दरअसल धर्म नगरी अशोक विहार में धार्मिक और सामाजिक आयोजन भक्ति भाव के साथ और बड़ी भव्यता के साथ होते रहते हैं। यही वजह रही कि यहां रहने वाले धर्म प्रेमी और सामाजिक लोग अपने क्षेत्र को धर्म नगरी कहतें हैं। यह यहां के लोगों की भक्ति भाव ही है कि हर कार्यक्रम की चर्चा भी ये लोग भक्ति भाव से करते हैं। सुप्रभात सोशल वेलफेयर सोसायटी यानी कि सुप्रभात क्लब ने 25 से 31 अगस्त जो शिव महापुराण कथा का आयोजन किया। इस कार्यक्रम की तारीफ करते करते लोग थक नहीं रहे हैं। यूं तो सुप्रभात क्लब समय-समय पर सामाजिक और सेवा भावी कार्यक्रम करता रहता है पर सुप्रभात के इस आयोजन क्षेत्र में इतनी लोकप्रियता बटोरी कि कार्यक्रम के दो सप्ताह बीत जाने के बावजूद इसकी चर्चा हो रही है।
दरसअल सुप्रभात क्लब के सदस्य आपस में परिवार की तरह जुड़ें हुए हैं। शिव महापुराण कथा के आयोजन में भी इन लोगों में उत्साह देखते बन रहा था। अशोक विहार के सभी शिव भक्तों और संस्थाओं के प्रतिनिधियों को इस आयोजन में आमंत्रित किया गया था। क्लब से जुडी महिलाओं ने तो इस कार्यक्रम से इतना लगाव दिखाया कि अपनी घरेलु जिम्मदारियों को एक सप्ताह पहले ही छोड़ दिया था। यह इन महिलाओं का कार्यक्रम के प्रति उत्साह ही था कि खुद को सजाना, हाथों में सामूहिक रूप से मेहंदी लगाना का काम आयोजन से ठीक दो दिन पहले ही शुरू कर दिया था।
कार्यक्रम की तारीफ करते हुए महिलाओं ने कहा कि वे लोग इस कार्यक्रम को बहुत एन्जॉव कर रहे हैं। चाहे कलश यात्रा हो या शिव बारात या फिर शिवजी की शादी सभी कार्यक्रमों की तारीफ करते हुए सुप्रभात से जुड़ी महिलाओं ने कहा कि भारतीय समाज देवी देवताओं की पूजा करता है। शिव बारात का भारतीय संस्कृति में बहुत महत्व है।
दरअसल 25 अगस्त को कलश यात्रा के लिए महिलाओं ने 108 कलशों का लक्ष्य निर्धारित किया था पर महिलाओं का उत्साह कार्यक्रम के प्रति इतना था कि यह लक्ष्य भी बढाकर 131 करना पड़ा। इस कलश यात्रा के मुख्य यजमान सुप्रभात क्लब के अध्यक्ष विपिन आहूजा खुद रहे। वह पत्नी के साथ इस पूजा में शामिल हुए। पूरे बैंड बाजे के साथ नाचते-झूमते शिव भक्तों के साथ महिलाओं की यह कलश यात्रा कथा स्थल महाराज अग्रसेन भवन पर आकर सम्पन्न हुई थी।
सुप्रभात क्लब द्वारा आयोजित शिव महापुराण कथा में पंडित देवेंद्र शास्त्री, प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य आचार्य दुर्गेश तारे मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे। पूरी कथा के दौरान महाराजा अग्रसेन भवन में शिवभक्तों की भारी भीड़ नजर आयी। कथा के उपरांत प्रतिदिन शाम 5. 30 से भजन संध्या का आरम्भ होता था। इस आयोजन में अशोक विहार के कई गणमान्य लोगों ने रुद्राभिषेक पूजा में भाग लिया। इनमें परवेज मेहता , महेंद्र गुप्ता, सुरेंद्र पाल गुप्ता ने सपत्नीक रुद्राभिषेक किया। रुद्राभिषेक को सम्पन्न करने के लिए महाकाल की नगरी उज्जैन से पुजारी पहुंचे थे। इस अवसर पर उन्होंने रुद्राभिषेक के महत्व पर भी जानकारी दी।
महाशिव पुराण कथा में प्रतिदिन भजन संध्या भक्तों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। संध्या में हर दिन अलग-अलग प्रसिद्ध भजन गायक अपनी प्रस्तुति देते थे। इनमें शंकर साहनी, अनिल हँसलस, पुनीत खुराना, अजय भाई जी और अमरजीत सिंह बिजली प्रमुख थे। इनकी भक्ति और मस्ती भक्तों को प्रतिदिन खींच लाती थी।
दरअसल शिव महापुराण कथा में भक्तों के लिए शिव पर्वती विवाह में शामिल होना सबसे ज्यादा रुचिकर रहता है। 29 अगस्त को शिव बारात का आयोजन किया गया था। इस विवाह में वर और वधु पक्ष दोनों की भूमिका सुप्रभात क्लब के सदस्यों ने ही निभाई। इसी का इंतजार मानों सभी को था कि कब से शिव बारात का हिस्सा बनेंगे। यह वजह रही कि जब शिव बारात अशोक विहार की मुख्य सडकों से गुजरी तो नजारा देखने लायक था। नंदी पर सवार शिव और बारातियों को देखकर ऐसा लग रहा था कि मानो धर्म नगरी अशोक विहार शिव लोक में परिवर्तित हो गयी हो। केवल शिव ही नहीं भक्त भी गले में वास्तविक नाग धारण किये हुए थे। शिव पार्वती विवाह का ऐसा मौक़ा शायद कभी अशोक विहार में देखने को मिला होगा।
आखिकार 31 अगस्त को शिव महापुराण कथा का समापन हो गया। इस पूरी कथा के दौरान जितनी संख्या में लोग इसमें शामिल हुए, उसे देख कथा में पहुंचे पुजारी, कथा वाचक भी बेहद प्रभावित नजर आये। धर्म नगरी अशोक विहार के लोगों की भक्ति भावना को व्यक्त करना शब्दों में आसान नहीं था। आखरी दिन पूजा पाठ। हुई।
दिल्ली दर्पण टीवी पर हज़ारों लोगों ने इस आयोजन को लाइव देखा। इस वीडियो को देखकर भक्त जन यह भी जरूर महसूस कर रहे होंगे की काश वे भी इस आयोजन में शामिल हो पाते। खासकर शिव बारात में शामिल होने का मौक़ा। बहरहाल आयोजक सुप्रभात और यहाँ पहुंचे कथा वाचक और पुजारी का भी मन है कि यह आयोजन हर वर्ष हो। ऐसे में कहा जा सकता है कि अगले वर्ष इससे भी बढ़िया कार्यक्रम होगा।