Delhi Politics: अरविंदर सिंह लवली (Arvinder Singh Lovely) ने कहा कि राहुल गांधी एक मात्र नेता हैं जो गरीबों और मिडिल क्लास के लोगों की आवाज लगातार उठा रहे हैं
Delhi News: दिल्ली (Delhi) की राजनीति में जहां आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच सियासी आरोप-प्रत्यारोप चरम पर हैं, वहीं दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली (Arvinder Singh Lovely) चुपचाप पार्टी के कुनबे को मजबूत और विस्तार देने में जुटे हैं। उनके इस प्रयास में कांग्रेस (Congress) के पुराने नेता मुकेश शर्मा भी उनका साथ बढ़ चढ़कर साथ दे रहे हैं, यही वजह है कि हर सप्ताह वो आम आदमी पार्टी को झटका दे रहे हैं. एक मुहिम के तहत, वो कांग्रेस छोड़ चुके नेताओं की घर वापसी करा रहे हैं, तो दूसरी तरफ आप नेताओं को पार्टी में शामिल कराने पर भी जोर दे हैं। दिल्ली कांग्रेस की इस रणनीति का अब तक सबसे ज्यादा नुकसान आप का हुआ है।
दो दिन पहले भी दिल्ली आप के तीन नेताओं ने कांग्रेस ज्वाइन किया है। तीनों दिल्ली में जमीनी नेताओं में शुमार किए जाते हैं। इनमें पृथ्वी सिंह राठौर और राजीव वर्मा का कांग्रेस ज्वाइन करना आप के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। ऐसा इसलिए कि दोनों नेता लगातार दो बार से एमसीडी चुनाव अपने दम पर जीत रहे हैं। तीसरा नाम जय प्रकाश चौहान का है, जिनका अपने क्षेत्र में काफी दखल है।
तीनों नेताओं को 18 अक्टूबर को कांग्रेस में ज्वाइन कराने के बाद प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि तीनों नेता अपने साथियों के साथ कांग्रेस ज्वाइन कर रहे हैं। पृथ्वी सिंह राठौर टिकरी बॉर्डर एरिया से पार्षद हैं तो दूसरा राजीव वर्मा नोएडा बॉर्डर इलाके से पार्षद हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली का चाहे कोई भी कोना क्यों न हो, एक बार फिर लोग कांग्रेस से जुड़ने लगे हैं। दिल्ली में कांग्रेस पार्टी का कुनबा लगातार बढ़ रहा है।
राहुल गांधी को बताया गरीबों का नेता
अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि सरकार के पास गरीब लोगों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) एक मात्र नेता हैं जो वर्तमान दौर में आम लोगों, गरीबों और मिडिल क्लास की आवाज लगातार उठा रहे हैं। राहुल गांधी हैं पूंजीपतियों के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं. उन्हीं से प्रेरित होकर कांग्रेस का कुनबा बढ़ रहा है। ऐसे लोग कांग्रेस ज्वाइन रहे हैं, जिनका रुतबा अपने इलाके में है. बता दें कि 29 सितंबर 2023 को दिल्ली आप यूनिट के 20 से अधिक नेताओं ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। तब कांग्रेस अधिकारियों ने दावा किया था कि आने वाले दिनों में और भी नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने की उम्मीद है।