डिंपल भारद्वाज, दिल्ली दर्पण टीवी
बाहरी दिल्ली पुलिस ने चार ऐसे बदमशों को पकड़ा है जिन पर 20 से ज्यादा गैंग रेप करने के आरोप है। जरा – जरा से बात पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाली दिल्ली पुलिस ने इस बड़ी कामयाबी की भनक तक नहीं लगाने दी। विगत 15 जून को पश्चिम विहार थाना पुलिस को डीयू के छात्रा के साथ दुष्कर्म और लूटपाट की सूचना मिली। जानकारी के अनुसार पीड़िता अपने पुरुष मित्र के साथ पार्क में घूमने आयी थी तभी वहां चार बदमाश आये और उन्होंने पीड़िता के पुरुष मित्र को भगा दिया। उसके बाद पीड़िता के साथ दुष्कर्म और लूटपाट की।
इस दौरान उन बदमाशों ने पीड़िता की विडिओ भी बना ली ताकि उसे ब्लैक मेल किया जा सके या धमकाया जा सके। विडिओ बनाने के बाद एक बदमाश ने पीड़िता को अपना नंबर देते हुए उस पर फ़ोन करने को कहा। पीड़िता ने कॉल तो किया लेकिन साथ ही कॉल करते समय अपने फ़ोन का स्क्रीन शॉट ले लिया। बाद में बदमाश ने मोबाइल की डायल लिस्ट से नंबर डेलीट कर दिया।
लेकिन पीड़ित की इसी समझदारी ने पुलिस को बदमाशों तक पहुंचा दिया। इस घटना के बाद 12 अगस्त को फिर एक लड़की के साथ ऐसी ही वारदात हुयी। पुलिस को 15 जून की वारदात वाले जिस नंबर से कई नंबर मिली जिनकी लोकेशन घटना स्थल पर मिली। इसी आधार पर पुलिस ने बाहरी दिल्ली के किराड़ी इलाके से 16 अगस्त को तीन लोगों को किराड़ी से पकड़ा जिसमें मनमोहन, अनुल और दीपक शामिल थे लेकिन गिरोह का सरगना अभी तक फरार है।
इस मामले पर थाना पुलिस से लेकर जिला पुलिस उपयुक्त तक कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे है। लेकिन सूत्रों के अनुसार आरोपियों ने गैंग रेप के 20 मामलों में शामिल होने की बात स्वीकार की है। इस घटना से दिल्ली पुलिस महकमे में हड़कंप मचा है। हैरत की बात है की गैंग रेप करने वाला यह गिरोह अब तक 20 वारदातों को अंजाम दे चुका है लेकिन पुलिस को ऐसे मामलों की भनक तक नहीं लगी।
पुलिस के अनुसार अभी केवल 6 मामले ही दर्ज़ है। ऐसे में सवाल है की बाकी 12 मामलों में पीड़िता सामने क्यों नहीं आयी। यह गिरोह सुनसान पार्कों में महिलाओं को शिकार बनाता था। इनके निशाने पर वे ज्यादा होती थी जिन महिलाओं के साथ उनके पुरुष मित्र भी होते थे। पुरुष मित्रों को वे डरा धमका कर भगा देते थे और फिर लड़के महिलाओं से दुष्कर्म और लूटपाट की वारदात को अंजाम देते थे। इस गिरोह की गिरफ्तारी पुलिस के सुरक्षा दावों की फिर पोल खोल दी है।
पश्चिम विहार ईस्ट थाना क्षेत्र में आने वाले पार्कों में यह गिरोह इतने दिनों से सामूहिक दुष्कर्म की वारदातों को खुले आम अंजाम दे रहा था बावजूद इसके पुलिस की इनको भनक तक नहीं लगी।सूत्रों के अनुसार ये खुद को पुलिस वाला बताकर ऐसी लड़कियों और महिलाओं को पकड़ते थे जो अपने पुरुष मित्र के साथ पार्क में एकांत में बैठी मिलाती थी। ये बदमाश पुरुष मित्र को धमका पर भगा देते और फिर महिला के साथ दुष्कर्म की फोटो खींच लेते और धमकी देते की यदि शिकायत की तो उसे ये वायरल कर देंगे।लेकिन 15 जून को एक महिला को ब्लैक मेल करने की मंशा से पीड़िता से नंबर डायल करवाना उन्हें महँगा पड़ गया।