पत्रिका संवाददाता
नई दिल्ली।। राजधानी में एमसीडी के 25 हज़ार पूर्व कर्मचारियों को 6 महीने से पेंशन नहीं मिला है। पेंशन पर गुजारा करने वाले परिवार में तनाव का महौल। कईयों ने बीमारी में दम तोड़ दिया और कई के इलाज और तिमारदारी के लिए पैसे नहीं हैं। सरकार बेखबर बेपरवाह बनी हुई है।
ऐसे ही एक पेंशनधारी कर्मचारी रोते हुए बताया कि उसका बेटा मर गया है। उसने बताया कि उसे कैशलेस हेल्थ कार्ड मिला हुआ है, जिसका कोई फायदा नहीं है। प्राइवेट अस्पताल कैशलेस कार्ड नहीं मानते हैं। उन्हें कैश चाहिए। उन्होंने बीमारी और पेंशन का कागज देखते हुए कहा अब हम हम एफआईआर दर्ज़ कराएंगे। कोर्ट जाएंगे। मुकदमा करेंगे।
उल्लेखनीय है कि बीमारी में पेंशनधारी के बच्चों की नौकरियां भी चली गई हैं। इस कारण परिवार की हालत बहुत ही दयनीय हो चुकी है। इसके अलावा अधिकतर कर्मचारियों की राजीरोटी पेंशन पर ही चलती है। वह भी नहीं मिली रही है। पेंशन की मांग को लेकर कर्मचारी प्रदर्शन भी कर चुके हैं। थक गए हैं। अब और हड़ताल करने की क्षमता नहीं है। लिहाज़ा अब उन्होने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। साथ ही वे अब एमसीडी कमिश्नर पर एफआईआर दर्ज़ करवाने की तयारी में हैं। इन रिटायर्ड कर्मचारियों ने दिल्ली दर्पण टीवी के माध्यम से अपना दर्ज़ साझा किया। अपनी समस्या बताते—बताते कई कर्मचारी रो पड़े।