अविशा मिश्रा, संवाददाता
नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली सहित दस राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक बुलाई। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी से दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सिजन की कमी के साथ ही हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर बातचीत की। साथ ही सीएम ने केंद्र के सामने दिल्ली की मौजूदा स्थिति की जानकारी देते हुए स्थिति से निपटने में मदद का आग्रह किया।
दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने कहा कि बढ़ाए गए कोटे में से भी साढ़े तीन सौ टन ऑक्सीजन दिल्ली पहुंच पाई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी जब से ये ऑक्सिजन का संकट शुरू हुआ है, मेरे फोन बजते रहते हैं। कभी कोई अस्पताल कहता है कि तीन घंटे की ऑक्सिजन बची है। कभी कोई अस्पताल कहता है कि दो घंटे की ऑक्सिजन बची है। हम कारण जानने की कोशिश करते हैं, तो पता चलता है कि पीछे किसी राज्य ने दिल्ली के लिए ऑक्सिजन लाने वाले ट्रक को रोक रखा है। हमने मदद के लिए केंद्र सरकार के कुछ मंत्रियों को फोन किए। शुरू में उन्होंने खूब सहयोग किया सर, लेकिन अब वे भी बेचारे थक गए हैं। सर देश के संसाधनों पर 130 करोड़ लोगों का अधिकार है ना, अगर दिल्ली में ऑक्सिजन की फैक्टरी नहीं है तो क्या दिल्ली के दो करोड़ लोगों को ऑक्सिजन नहीं मिलेगी। साथ ही मैं यह जानना चाहता हूं कि अगर आज या कल या किसी भी टाइम हमारे किसी अस्पताल में एक या आधे घंटे की ऑक्सिजन बच जाए, और लोगों के मरने की नौबत आ जाए तो मैं केंद्र सरकार में किससे बात करूं।
केजरीवाल ने आगे कहा कि आपका आइडिया है ऑक्सिजन एक्सप्रेस शुरू करने का, उसके जरिए हमें बंगाल और ओडिशा से ऑक्सिजन उपलब्ध करवाया जाए इस पर पीएम मोदी केजरीवाल से कहा कि ये आइडिया नहीं है, ये एक्सप्रेस चल रही है। इस पर केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली तक नहीं आ रही है, कृपया कोरिडोर बनवा दें।