तेजस्विनी पटेल , संवाददाता
नई दिल्ली। मेट्रो सेवाएं शुरू होने के बाद यात्रियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। 50 प्रतिशत क्षमता और यात्रा करने के लिए खड़े नहीं होने के कारण यात्री यात्रा के दौरान अधिक सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। संक्रमण और मौत के आंकड़े देखने के लिए ज्यादातर यात्री पाबंदियों का सख्ती से पालन कर रहे हैं। नियमों का पालन करने में जरा सी भी लापरवाही स्थिति के बिगड़ने का खतरा बढ़ा सकती है।
मेट्रो तीस हजारी, पुल बंगश, प्रताप नगर, शास्त्री नगर, इंद्रलोक, पीतमपुरा, रोहिणी से गुजरते हुए रेड लाइन पर रिठाला पहुंची। इस दौरान यात्रियों के उतरने और चढ़ने का सिलसिला जारी रहा। सुबह-शाम सभी लाइनों पर यात्रियों की संख्या बढ़ने से नियमों की भी अनदेखी की गई, लेकिन डीएमआरसी की विशेष टीमें तैयार रहीं। ठीक से मास्क नहीं पहनने वालों को समझाया गया, खड़े यात्रियों को भीड़ के कारण संक्रमण फैलने के जोखिम को कम करने के लिए दूसरी मेट्रो में सवार होने के लिए कहा गया।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन और कश्मीरी गेट बस स्टैंड से दूसरे शहरों में जाने वालों के साथ सामान भी था। सभी स्टेशनों पर मेट्रो पहले से ज्यादा रुकी है, खासकर बुजुर्गों को राहत मिली है।
अब भी कुछ लोग अधिक सामान लेकर मेट्रो में चल रहे हैं, जिससे आसपास की सीटों पर बैठे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। डीएमआरसी का कहना है कि यात्रा के दौरान कम सामान रखने के भी निर्देश दिए जा रहे हैं ताकि संक्रमण फैलने की आशंका न रहे और यात्रियों को सुविधा भी मिल सके।
मेट्रो स्टेशनों में प्रवेश से पहले गेट के पास लगे सैनिटाइजर्स के बंद होने की वजह से नई दिल्ली, कश्मीरी गेट, आरके आश्रम सहित अन्य स्टेशनों पर भी हैंड सैनिटाइजर्स से कर्मी स्प्रे करते नजर आए। मेट्रो सेवाएं दोबारा शुरू होने के बाद कुछ स्टेशनों पर मशीनें फिलहाल काम नहीं कर रही हैं, नतीजतन संक्रमण से बचाव के लिए इस तरह की काम चलाया जा रहा है।