ब्यूरो रिपोर्ट
नई दिल्ली। ऑसपिशियस कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा हाल ही में रेजिडेंशियल डिवीजन अवैयरनेस प्रोग्राम का आयोजन दिल्ली में अशोक विहार के आदर्श सदन में किया गया। ऑापिशियस कंस्ट्रक्शन कंपनी राजधानी की एक प्रतिष्ठित, विश्वसनीय कंपनी है, जिस पर लोगों का पूरा भरोसा कायम रहा है। सिल्वर जुबली की ओर बढ रही कंपनी ने अपनी सेवा के 23 उत्तरदायित्व पूर्ण वर्ष पूर्ण करने के उपलक्ष्य में पर्यावरण एवं सुरक्षा के मकसद से रेजिडेंशियल डिवीजन अवैयरनेस प्रोग्राम आयोजित किया।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण को सुरक्षित रखते हुए स्वयं को भी सेफ रखना है। सत्र के रूप में आयोजित कार्यक्रम में कंपनी के एमडी अनिल कुमार यादव ने 23 साल पूरे होने पर अपनी टीम को बधाई दी और कहा कि टीम को भविष्य में साथ लेकर काम करना है। उन्होंने अपनी टीम के सदस्यों के काम की सराहना करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया और कहा कि इस प्रोग्राम के जरिए वह निमार्णकारी साइटों पर काम करने वालें लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना चाहते हैं। साथ ही वर्कर्स को अपने स्वास्थ पर भी विशेष ध्यान देने की बात कही। सर्दियों में अकसर हवा प्रदूषण की समस्या दिल्लीवासियों को सताती रहती है, उनका व उनकी टीम का यह प्रयास रहेगा कि निर्माण साइट से दिल्ली के प्रदूषण में धूल.मिट्टी का योगदान न रहें। पर्यावरण के साथ ही मुख्यमंत्री केजरीवाल के डेंगू से बचाव के नियमों का पालन भी उनकी साइटों पर होता है।
उन्होंने आगे कहा कि हैल्थ और सेफ्टी को ध्यान केवल साइटों पर ही नहीं बल्कि वर्कर्स के रहने की जगह पर इस बात का पूरा ध्यान दिया जाता है कि उनकी हैल्थ और सेफ्टी नजरअंदाज न की जाए। इनके रहने की जगह पर मोसकिटों फोगिंग, एलईडी लाइट, साफ-सुथरे टॉयलेट व सुरक्षा के पूरे इंतजाम रहते है।
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मालूम हो कि हाल ही में राजधानी दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए एंटी डस्क अभियान की शुरूआत की है। इसके तहत निर्माण साइट पर निर्माण संबंधी नियमों को लागू करना जरूरी रहेगा। अगर किसी भी निर्माण साइटों पर इन नियमों का उल्लंघन हुआ तो राष्ट्रीय हरित अधिकरण ;एनजीटीद्ध के दिशा-निर्देशों के मुताबिक दस हजार रुपये से लेकर पांच लाख रुपये तक जुर्माना लगाया जाएगा। इन नियमों का सही से पालन हो रहा है या नहीं इसकी निगरानी के लिए 31 टीमों का गठन किया गया है, जिसमें दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति की 17 व ग्रीन मार्शल की 14 टीमें तैनात रहेंगी।
कार्यक्रम के दौरान एचआर मैनेजर सारिका ने पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के साथ ही वर्करों को कोरोना से बचाव भी कितना जरूरी है, इस पर भी बात की। उन्होंने कहा कि निर्माण साइटों पर काम करने के दौरान पर्यावरण को हवा प्रदूषण से तो बचाना ही है, साथ ही अपने आप को कोविड से भी सुरक्षित रखते हुए काम करना है। काम करतेे समय फेस मास्क व सोशल डिसटेंसिंग जैसे नियमों का पालन करने के साथ वैक्सीन लेने को भी कहा। इसके अलावा एक बहुत ही महत्वपूर्ण बिन्दु पर बात कीए वह थी कि अगर वर्कस कैसे अपने भविष्य को आर्थिक रूप से मजबूत रह सकता है। व कैसे वह आर्थिक सहायता प्राप्त करें। इससे सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने बताया कि ऑफिस के सभी स्टाफ को पीएफ में एनरोलमेंट करना आपके लिए कितना जरूरी है। पीएफ के द्वारा आप किसी भी बैंक से बहुत कम ब्याज पर लोन, होम लोन लेने के साथ फ्री इस्योरेंस का भी फायदा ले सकते हैं। पीएफ का सबसे बड़ा फायदा रिटायमैंट के बाद पैंशन लेने के लिए है।
राजधानी दिल्ली में सरकार ने हवा को प्रदूषित होने से बचाने के लिए कई नियम निर्देश बनाए है। जिसके माध्यम से दिल्लीवासियों को इस सर्दियों में स्वच्छ हवा प्रदान करने की दिशा की ओर उठाया गया ठोस कदम है। सरकार के कदम.से.कदम मिला कर चलने के लिए निर्माणकारी साइटों ने भी अपनी कमर कस ली है। उनका एक ही लक्ष्य है कि न तो पर्यावरण को दूषित करना है और सुरक्षा के साथ अपना काम भी समय पर करना है।
सत्र आधारित कार्यक्रम की शुरूआत मैनेजर एडमिन सीमा नेगी ने शीर्ष मैनेजमेंट का परिचय तथा मेहमानों का स्वागत किया। सुरक्षा अधिकारी सोनू आर्य ने स्वास्थ्य और सुरक्षा पर अपने विचार व्यक्त किए। सीनियर फोरमैन अब्दुल ने कार्य में जागरूकता से संबंधित बातें बताईं। वरिष्ठ प्रबंधक राजेंद्र प्रसाद, नीरज शर्मा, संदीप गुप्ता, अजय गुप्ता, सोहन सिंह ने अपने-अपने विभागों के बारे में जानकारी दी।
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