Monday, May 6, 2024
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‘पत्रकार गांधी’ पुस्तक विमोचन, समाज की धड़कन परखने की कला ही सच्ची पत्रकारिता है :- मांडविया

-दिल्ली दर्पण ब्यूरो

नई दिल्ली ,18 जुलाई। जनसत्ता के संस्थापक संपादक प्रभाष जोशी की याद में बने प्रभाष परंपरा न्यास के ‘प्रभाष प्रसंग 2022’ कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार व कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि समाज की धड़कन परखने की कला ही सच्ची पत्रकारिता है। प्रभाष जोशी ने बतौर संपादक यह बखूबी निभाया। पत्रकारिता को उन्होंने समाज का आईना बताया और कहा कि आज की नई पीढ़ियों को इसी बात को आत्मसात करने की आवश्यकता है। यह बात गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति राजघाट, दिल्ली में प्रभाष परंपरा न्यास के आयोजित प्रभाष प्रसंग 2022 कार्यक्रम में कही गई।

इस मौके पर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के प्रख्यात विद्वान प्रोफेसर डॉक्टर सदाशिव द्विवेदी जी ने काशी की ज्ञान परंपरा: अतीत, वर्तमान और भविष्य पर स्मारक व्याख्यान दिया। जानी मानी लोक गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी का गायन हुआ। समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार बनवारी ने की। इस मौके पर जनसत्ता के पत्रकार अमलेश राजू की ‘पत्रकार गांधी’ नामक पुस्तक का विमोचन भी किया गया। अमलेश राजन ने कहा की उनकी यह पुस्तक प्रभाष जी को समपिर्त है।

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष और प्रबंध न्यासी श्री राम बहादुर राय ने कहा कि वे विरले पत्रकार थे जिन्हें एक्सप्रेस समूह के मालिक रामनाथ गोयनका ने अपने मन मुताबिक काम करने की स्वतंत्रता दी। संपादकीय पर प्रबंधन के नाम मात्र के हस्तक्षेप को भी प्रभाष जी स्वीकार नहीं करते थे और यही कारण है कि उनकी पत्रकारिता एक मानक के रुप में आज भी सामने है। उन्होंने प्रभाष जोशी की पत्रकारिता पर शोध के लिए जयंत सिंह तोमर को और जोशी की संपादकीय को कलमबद्ध करने के लिए मनोज मिश्र जो फेलोशिप देने की घोषणा की।

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