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दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में आज अक्षय पात्र फाउंडेशन नाम के एनजीओ की ओर से आज “वर्ल्ड हंगर डे” के मौके पर “फीड द फ्यूचर” नाम के प्रोग्राम की सुरुआत की गयी इस मौके पर महिला एवं बाल कल्याण मंत्री ने फ्लैगऑफ़ कर इस प्रोग्राम की सुरुआत की। फीड द फ्यूचर प्रोग्राम के तहत अक्षय पात्र फाउंडेशन देश के उन स्कूलों में जहाँ आज भी बच्चों को मिड डे मिल की सुविधा नही है वहां उन्हें मुफ्त खाना देने का काम करेगी इस काम में देश की कई बड़ी कंपनी एनजीओ का साथ देंगी। अक्षय पात्र फाउंडेशन की तरफ से अभी कुछ राज्यो के स्कूलों के बच्चों को मिड डे मील दिया जा रहा है। और ये फाउंडेशन देश भर में लगभग 16 लाख बच्चो को स्कूलों में मिड डे मील देने की कोशिश में लगा हुआ है। और खास बात ये है कि फाउंडेशन कोई सरकारी सहायता नही ले रहा है। कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि फ़िलहाल देश में उन बच्चों को जो सरकारी स्कूल में पढ़ने आते है मिड डे मील उनका हक है। केंद्र सरकार के नए पशु नियम के बेरे में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जानवर जैसे बछड़ो के मांस का किसी भी तरह का उपयोग और बेचने पर तो पहले से ही रोक थी। लेकिन आजतक कानून का सही ढंग से पालन नही हो पा रहा था जिस वजह से कसाई ज्यादा पैसे देकर बछड़ो को मांस के लिए खरीद लेते थे। किसान अपने खेत की जरूरतों को पूरा करने के लिए जानवर नही खरीद पाते थे लेकिन अब ऐसा नही होगा। आज जहाँ हर राज्य की सरकार, सरकारी स्कूलों में मिड डे मील की योजना पर काम कर रहा है और उसमें भी आये दिन खाने में कही छिपकली और निकलने से विवाद भी होता रहता है। ऐसे में अक्षय पात्र जैसे प्राइवेट संस्था को अगर सरकार का साथ मिले तो ज्यादा से ज्यादा बच्चों तक खाना पहुँच सकता है जिससे ज्यादा बच्चे स्कूल आएंगे।