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दिल्ली के प्रशांत विहार इलाके में आज दिल्ली नगर निगम के दस्ते ने भारी पुलिस बंदोबस्त के साथ प्रशांत विहार रोड पर दुकानों के बहार बनी सीढ़ियां , सरकारी जगह पर अतिक्रमण पर बुल्डोजर चलाया। रोहिणी में हो रही बारिश के बावजूद बुल्डोजर ने आराम नहीं किया दुकानों के बहार मलबे का ढेर लगा दिया। इस कार्यवाही में प्रशांत विहार की सबसे बड़ी धर्मशाला और सामुदायिक भवन चपेट में आये। निगम के बुल्डोज़र ने इस भव्य भवन के अवैध तरीके से बने द्वार को कुछ देर में ध्वस्त कर दिया और अग्रवाल भवन के ट्रष्टी बस देखते रहे। दिल्ली नगर निगम का कहना है कि यह सब कोर्ट के आदेश से हो रहा है। वहीं स्थानीय लोग शिकायतकर्ता और दिल्ली नगर निगम की नियत पर ही सवाल उठा रहे हैं। मामला सामुदायिक भवन से जुड़ा था। लिहाज़ा पुलिस ने सुरक्षा के पूरे बंदोबस्त किए थे। सड़क पर वाहनों की एंट्री रोकी और मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया । सामुदायिक भवन से जुड़े ट्रष्टी इसे समाज के पैसे का नुक्सान मान रहे है। बाहरी दिल्ली के कई इलाकों में इन दिनों सड़क पर फैले अतिक्रमण और अवैध निर्माण पर निगम जमकर बुलडोज़र चल रहा है। इतने बड़े पैमाने पर हो रही डेमोलेशन की यह करवाई लोगों के बीच चर्चा और चिंता का विषय बनी हुयी है। स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौके से नदारद दिखे। ऐसे में स्थानीय लोग और दुकानदार डरे हुए हैं कि पता नहीं कि कब इस बुलडोज़र का रुख उनकी ओर हो जाये।