[bs-embed url=”https://youtu.be/tuRFmeINghc”]https://youtu.be/tuRFmeINghc[/bs-embed]
दिल्ली में बुजुर्ग लोग अभी भी चोर और लूटेरों के सॉफ्ट टारगेट बने हुए हैं और बुजुर्गों के साथ संगीन अपराधों के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे है। एक बुजुर्ग दम्पत्ति इसका शिकार हुई अशोक विहार फेज -3 में । यहां रह रहे 75 वर्षीय राम कैलाश भूटानी और उनकी पत्नी कौशल भूटानी इस घर में सालों से अकेले रह रहे थे। केंद्रीय विद्यालय से रिटायर्ड ये दम्पत्ति जब भी कहीं बाहर जाती थी तो अपने पड़ोसियों को इसकी खबर जरूर देती थी लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। जब इनके घर में ताला लगा मिला तो आस पड़ोस को लोगों को चिंता हुई। पूछताछ के बाद पुलिस और उनके एक रिश्तेदार को फ़ोन किया गया और घर का ताला तोड़ा गया । ताला तोड़ते ही सबके होश उड़ गए 75 वर्षिय रामकैलाश का शव बेड पर पड़ा था जबकि उनकी पत्नी खून से लथपथ फर्श पर पडी थी और घर का सामान बिखरा हुआ था। जानकारी के मुताबिक राम कैलाश भूटानी कोदिल की बीमारी के चलते ऑपरेशन केबाद स्टैंड डाले गए थे इसी के चलते उनकी देखभाल के लिए एक अटेंडेड रखा हुआ था। यो दोनों व्यवहार में बहुत मिलनसार थे और सबसे उनका व्यवहार बहुत ही उदार था लेकिन लोगों का शक ये है कि देख भाल के लिए रखे गए इस अटेंडेंट ने ही दंपत्ति की हत्या को अंजाम दिया है। हालांकि पुलिस ने अभी तक कुछ भी खुल कर नहीं कहा है। स्थानीय लोगों का कहना है की भारत नगर की इस सोसायटी में बड़ी तादाद में चोरियां होती रहती है। बहरहाल स्थानीय लोगों ने महज शक के बिनाह पर ही ताला खुलवाकर इस वारदात का पता लगा लिया वर्ना न जाने कितने दिनों तक इन दोनों दम्पत्ति का शव उनके ही घर में पड़ा रहता। फिलहाल भारत नगर थाना पुलिस मामले की जांच तो कर रही है लेकिन इस घटना ने दिल्ली पुलिस के सिटिज़न फस्ट के दावों को आईना दिखा दिया है।