धर्म – होलि के इस मौके पर अगर आप होलिका दहन करने के शुभ मुहूर्त के बारे में नहीं जानते तो परेशान ना हों। हम आपको बता दें कि एक मार्च की सुबह 8:05 तक चतुर्दशी तिथि रहेगी और फिर उसके बाद भद्रा शुरु हो जाएगी जो शाम 7.15 बजे तक खत्म होगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भद्रा मुख में होली दहन अच्छा नहीं माना जाता। मालूम हो कि भद्रा खत्म होने के बाद ही होलिका दहन होना चाहिए। इसका मतलब भद्रा शाम 7.15 बजे तक खत्म होगी तो होलिका दहन का भी सही योग 7:15 के बाद रहेगा। बता दें कि इस होली कुछ विशेष संयोग बन रहे हैं।ज्योतिषाचार्यों की मानें तो इस वर्ष सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ गजकेसरी योग का महासंयोग बन रहा है। यह संयोग कई राशि के जातकों को बेहद लाभकारी होगा। बता दें कि ऐसा संयोग लगभग 100 वर्षों बाद आया है।