देश के प्रथम प्रधानमंत्री की बेटी और देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी कॉंग्रेस का वो चेहरा हैं , जो देश की राजनीति में दो दशक से भी ज्यादा समय तक प्रभावी रहा। .. उनके स्वर्गवास के बाद भी कॉंग्रेस उनके नाम पर चुनाव जीतती रही है, लेकिन मौजूदा चुनाव में प्रियंका के चेहरे से मिलान के अलावा इंदिरा जी को किसी ने याद नहीं किया। लेकिन उत्तरी पश्चिमी दिल्ली सीट से कॉंग्रेस के उम्मीदवार राजेशलिलोठिया हैं जिन्होनें इंदिरा को ही अपना पहला हथियार बनाया है।
इंदिरा की शक्ति और राहुल के न्याय से मिले आत्मविश्वास से लिलोठिया इतने भरे हैं कि वो आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविन्दकेजरीवाल को मजाक और उनके पूर्ण राज्य के दर्जे के मुद्दे को अव्यवहारिक बता रहे हैं. हालाँकि उन्होंने पूर्ण राज्य के मुद्दे को पूरी तरह से नहीं नाकारा, लेकिन दोनों सदनों में दो तिहाई बहुमत की बात कहकर इतना तो साफ़ कर दिया कि राजनीति में मौजूदा स्वरुप में तो फ़िलहाल ये न नौ मन तेल होगा और न राधा नाचेगी वाली स्थिति में ही रहेगा, जिसे पार्टियां अपनी सुविधा के हिसाब से भुनाती रहेंगी।
उत्तरी पश्चिमी दिल्ली की जनता लिलोठिया के इस इंदिरा शक्ति और राहुल के न्याय पर कितना भरोसा करेगी ये तो आने वाली 23 मई को ही पता चलेगा, लेकिन लिलोठिया के इस कदम ने ये तो साफ़ कर दिया कि इंदिरा अभी भी कॉंग्रेस के कार्यकर्ताओं में जिन्दा है