बरवाला के आनंद विहार कालोनी में हाइवे के लिए हो रहे डेमोलिशन में गुरुवार दोपहर एक शख्स ने खुद पर केमिकल डाल कर ख़ुदकुशी कर ली। मृतक की पहचान एलआईसी एजेंट सूर्य नारायण के तौर पर हुई है। बताया जा रहा है कि डेमोलिशन से पहले पुलिस ने उसे और उसकी पत्नी को उसके बच्चों के सामने ही डंडों से पीटा था। पुलिस पर आरोप यह भी है कि महज एक किलोमीटर की दुरी पर महर्षि वाल्मीकि अस्पताल है, लेकिन उसे आधा घंटा तक घुमा कर आंबेडकर अस्पताल में दाखिल कराया। मृतक ने पांच दिन पहले इस मामले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को नाराजगी भरे दो ट्वीट भी किए थे।
सुनिए इन बच्चों को, कैसे डेमोलिशन करने आए पुलिसकर्मियों ने सूर्य नारायण और उसकी पत्नी के साथ बर्बरता की। बच्ची की माने तो सूर्य अपना सामान निकल ही रहे थे कि पुलिस वालों ने गली देते हुए उन्हें डंडों से पीटना शुरू कर दिया। जिससे परेशान सूर्य ने घर के अंदर जाकर अपने ऊपर केमिकल डाल लिया। प्रशासन की असंवेदनशीलता देखिए कि लोगों को बेघर करने के लिए तो पुलिस की पूरी फ़ौज बुला ली, लेकिन किसी आपात स्थिति के लिए एक भी भी एम्बुलेंस का इंतजाम करना गंवारा नहीं समझा। मृतक के परिजनों की माने तो सूर्य के केमिकल डालने के बाद भी अगर समय रहते उन्हें अस्पताल पहुँचाया गया होता तो शायद वह बच सकते थे, क्योंकि महज एक किलोमीटर की दूरी पर महर्षि वाल्मीकि अस्पताल है, लेकिन उन्हें आधा घंटा पुलिस की गाड़ी में घुमा कर अम्बेडकर अस्पताल में लाया गया। जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
बता दें कि बरवाला में एक हाइवे के लिए आनंद विहार कालोनी 25 मकानों को तोडा जाना था। मामला तो पुराना था, लेकिन माकन तोड़ने का नोटिस करीब एक सप्हत पहले लोगों को मिला। जिसके बाद लोगों ने इसके खिलाफ प्रदर्शन भी किया। उस दौरान जब सूर्य नारायण की पत्नी ने यह कहा था, तब उसने सोचा भी नहीं था कि ठीक एक सप्ताह बाद यह सच हो जाएगा।
इन लोगों की परेशानी है कि प्रशासन इनका घर तो उजाड़ रही है, लेकिन इसके बदले न तो कोई मुआवजा दे रही है, और न ही कोई आवासीय। ऐसे में लोग अपने परिवार वालों को लेकर जाएं तो जाएं कहाँ। बता दें कि डेमोलिशन रुकवाने के लिए करीब दो साल पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने लोगों से मीटिंग के दौरान वादा किया था। सप्ताह भर पहले नोटिस मिलने के बाद सूर्य ने ट्वीट कर केजरीवाल को उनका वादा याद भी दिलाया था। लेकिन ये ट्वीट भी कोई काम नहीं आया। अब लोग सूर्य के बच्चों के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं।