Friday, November 22, 2024
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केंद्र सरकार को भी नहीं बीजेपी शाषित एमसीडी पर भरोसा, नार्थ एमसीडी को नहीं दिए दो हज़ार करोड़ रुपये : दुर्गेश पाठक 

– नार्थ एमसीडी ने राज्य वित्तमंत्री से मांगे थे 2000 करोड़ रुपये –

दिल्ली की जनता के साथ साथ बीजेपी को अपने ही भ्र्ष्ट नगम पर नहीं भरोसा:- दुर्गेश पाठक 

-एमसीडी में 2500 करोड़ रुपयों के घोटाले पर कांग्रेस चुप क्यों ? : दुर्गेश पाठक

-दिल्ली दर्पण ब्यूरो दिल्ली।

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने नार्थ एमसीडी को केंद्र सरकार द्वारा 2000 करोड़ रुपये नहीं दिए जाने पर तंज कसते हुए कहा है की दिल्ली की जनता की तरह अब केंद्र सरकार को भी बीजेपी शाषित एमसीडी पर भरोसा नहीं है। उन्हें भी लगता है कि उनके भ्र्ष्ट नेता ये पैसे भी खा जायेंगे। यह वजह है की नार्थ एमसीडी द्वारा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से 2000 करोड़ रुपये की मांग की थी, लेकिन केंद्र सरकार ने वह पैसा एमसीडी को नहीं दिया। “आप ” नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि दिल्ली की जनता की तरह बीजेपी के शीर्ष नेता भी एमसीडी पर भरोसा नहीं कर रहे है। दुर्गेश पाठक ने कांग्रेस को भी आड़े हाथों लेते हुए पूछा है कि वह नगर निगम में 2500 करोड़ रुपये के घोटले पर चुप क्यों है ? आम आदमी पार्टी लगातार अब तक के सबसे बड़े घोटाले को जोर शोर से उठा रही है लेकिन कांग्रेस पार्टी या उसके किसी नेता की तरह से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है। 

आम आदमी पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए “आप ” नेता दुर्गेश पाठक

आम आदमी पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए “आप ” नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा शासित दिल्ली नगर निगम में कर्मचारियों के वेतन का संकट और भी ज्यादा गहराता जा रहा है। सिलसिलेवार तरीके से अलग-अलग विभागों में कार्यरत कर्मचारियों के संबंध में सूचना देते हुए उन्होंने बताया कि जो निगम के अधीन सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं, उनको पिछले 4 महीने से वेतन नहीं मिला है। श्रेणी-4 के जो कर्मचारी हैं, उनको लगभग 5 महीने से वेतन नहीं मिला है, बी, सी, डी श्रेणी के कर्मचारियों को करीब 3 महीने से वेतन नहीं मिला है। ग्रुप सी के स्वास्थ्य कर्मियों को भी लगभग 3 महीने से वेतन नहीं मिला है। नगर निगम के अस्पतालों में कार्यरत नर्सों को पिछले 4 महीने से वेतन नहीं मिला है। नगर निगम के स्कूलों में कार्यरत अध्यापकों का वेतन भी पिछले 3 महीने से उन्हें नहीं मिला है। ग्रुप बी के जो कर्मचारी हैं, उनको पिछले 6 महीने से वेतन नहीं मिला है। एलोपैथी विभाग में कार्यरत डॉक्टरों को पिछले 4 महीने से वेतन नहीं मिला है और ग्रुप ए के जो कर्मचारी हैं, उनको भी पिछले 6 महीने से वेतन नहीं मिला है।

दुर्गेश पाठक ने कहा की दिल्ली नगर निगम में पिछले 15 सालों से सत्ता पर काबिज बीजेपी ने आज नगर निगम को बेहद गंभीर आर्थिक संकट में पहुंचा दिया है। स्थित को सँभालने की बजाये पिछले 6 महीने से बीजेपी नेता गलत बयानबाजी कर अपनी गलती दूसरों पर थोपने का प्रयाश कर रहे है। यही वजह ही की भाजपा की केंद्र सरकार को भी लगता है की दिल्ली नगर निगम को दिल्ली के लिए आर्थिक सहायता देने को कोई लाभ नहीं है। दिल्ली नगर निगम हर मोर्चे पर विफल हो गयी है। दुर्गेश पाठक ने कहा कि केंद्र सरकार ने देश भर में करीब 20 लाख करोड रुपए की वित्तीय सहायता राज्यों को दी है। परंतु दिल्ली में भाजपा शासित नगर निगम को अपील करने के बावजूद 2000 करोड़ की सहायता नहीं दी। अपनी ही पार्टी का भरोसा खो चुके नगर निगम केनेताओं को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। 

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