पुनीत गुप्ता, संवाददाता
बाहरी जिला, दिल्ली।। 2020 कोरोना काल के लिए हमेशा याद रहेगा, इसके साथ ही साल 2020 को एमसीडी की लापरवाही के लिए भी याद रखा जायेगा। भाजपा शासित एमसीडी के कई बड़े घोटाले इस साल आम आदमी पार्टी सामने लेकर आयी, चाहे वो जूता घोटाला हो, सैलरी घोटाला या फिर 25000 करोड़ का घोटाला, हालांकि इन सब घोटालो को भाजपा एक राजनीती के अलावा कुछ नहीं बताती।
कई सालो से मुंडका अंडरपास को लेकर भी शिकायतें आती रही है लेकिन कई बार वर्क आर्डर होने के बावजूद भी कोई समाधान नहीं निकला, जिसके चलते सामाजिक कार्यकर्ता मोहित कुमार ने जिला अधिकारी को लिखित में ज्ञापन सौंपा उसके बाद मुंडका अंडरपास में बैठ कर विरोध प्रदर्शन किया गया।
मोहित कुमार ने बताया की 2013 से 2021 आ चूका है। अंडरपास में हमेशा नीचे से पानी निकलता रहता है। दीवारों में से पानी निकलता रहता है और यहां पर आए दिन दुर्घटना हो रही है। एमसीडी सुन ही नहीं रही है। मैंने आरटीआई के माध्यम से वर्क आर्डर निकलवाए सवा करोड़ रुपए खर्च किए गए उसके बावजूद भी पानी निकल रहा है फिर से वर्क आर्डर होते हैं 2017 से 2020 के बीच में वाटर प्रूफिंग एवं रोड की मरम्मत के लिए एमसीडी खर्च करती है।
उसके बावजूद भी कोई सड़क नहीं बनती कोई वाटर प्रूफिंग नहीं होती, डेढ़ लाख वाहन यहां से गुजरते हैं ऐसे ही चला रहा है ऊपर से ट्रेन निकलती है ऐसा लग रहा है गिरने वाला है। अपनी आवाज़ को एमसीडी अधिकारियो तक पहुंचने के लिए मोहित कुमार के साथ विजय मान लाकड़ा, सूरज रणबीर डबास तरुण, नये साल वाले दिन अंडरपास पर बैठे और अपना विरोध जताया।
लेकिन इन विरोध प्रर्दशन से अधिकारीयों तक कितनी आवाज पहुँचती है या फिर अंडरपास से गुजरने वाले लोगों को कब राहत मिलती है इसका अभी कुछ कहा नहीं जा सकता लेकिन इस बात में कोई दौराहे नहीं है की लापरवाही की वजह से लाखो लोगों की जिंदगी पर जरूर सवाल उठता है।