संवाददाता, दिल्ली दर्पण टीवी
टिकरी बॉर्डर।। आंदोलनकारी किसान अपनी ट्रैक्टर रैली के लिए पुलिस द्वारा निर्धारित रुट और समय को मानने से इनकार कर दिया और 12 बजे से पहले ही दिल्ली में दाखिल हो गए। इन किसानों के लिए खाने-पीने का इंतजाम भी दिल्ली के लोगों ने कर रखा था।
रोहतक रोड से अंदर दाखिल हुए हज़ारों ट्रेक्टरों के साथ किसानों ने ऐलान किया कि वे दिल्ली से बाहर नहीं जाएंगे।
दिल्ली पुलिस की तरफ से उन्हें 12 बजे से परेड की अनुमति मिली थी, लेकिन किसानों ने उससे पहले ही सुबह-सुबह पुलिस के बैरीकेट तोड़कर अंदर दाखिल हो गए। दिल्ली पुलिस ने 150 ट्रेक्टर्स को परेड में शामिल होने की अनुमति दी थी, लेकिन उन्होंने इसे मानाने से इनकार कर दिया और 3 हज़ार से ज्यादा ट्रैक्टर दिल्ली में रोहतक रोड से दाखिल हो गए। इन किसानों का कहना है कि वे अब दिल्ली से बहार नहीं जायेंगे। किसानों की संख्या और उनके तेवर ऐसे थे की दिल्ली पुलिस के इंतजाम धरे के धरे रह गए। किसानों का कहना है कि मोदी सरकार को उनकी बात माननी ही होगी।
टिकरी बोर्डर पर किसानो में जोश था। उनके स्वागत के लिए बड़ी संख्या में लोग रोहतक रोड पर जमा थे और उन्हें खाने की वस्तुएं दे रहे थे। उन लिए खाने और पानी का इंतजाम स्थानीय लोग कर रहे थे। गणतंत्र दिवस पर किसानों की ऐसी परेड उनके लिए भी अलग ही अहसास था। उन्होंने अपने जीवन में ऐसी किसान रैली नहीं देखीं।
देश 72 वां गणतंत्र मना रहा था। लोग राजपथ पर जवानों की ताकत देख रहा थे तो दूसरी तरफ किसानों का आंदोलन उन्हें उद्वेलित कर रहा था। किसानों का कहना है कि उनका असली आंदोलन तो अब शुरू हुआ है। गौरतलब है कि किसानों ने एक फरवरी को संसद कूच का आह्वान कर रखा है। अब किसान जब दिल्ली में दाखिल हो ही गए हैं तो यह सरकार के लिए चिंता की बात है।