Saturday, April 27, 2024
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दिल्ली पुलिस आयुक्त ने बढ़ाया घायल पुलिस कर्मियों का हौसला

राजेन्द्र स्वामी, संवाददाता

नई दिल्ली।। दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव आज आउटर जिला मुख्यालय में किसान आंदोलन में घायल हुए पुलिस कर्मियों का हौसला बढ़ाने पहुंचे। पुलिस कमिश्नर ने कहा की किसान आंदोलन में पुलिस ने जो संयम, साहस और सूझबूझ के साथ काम किया वह बिलकुल थी है और आगे भी हमें अपने अफसरों का आर्डर मानना है। हालांकि माहौल को देखकर पुलिस आयुक्त ने यह भी स्वीकार किया कि उन्हें आगे बहुत तैयारियां करनी है। इस मौके पर घायल पुलिस कर्मियों ने संकोच के साथ की जो हुआ वह अच्छा नहीं हुआ। जो कमियां रह गई है उन पर ध्यान देना होगा ताकि दुबारा ऐसी घटना न हो।

दिल्ली में जब भी कोइ बड़ी हिंसा होती है तो देश की सबसे तेज़ तर्रार पुलिस दिल्ली पुलिस के जवान भी बड़ी संख्या में इसके शिकार होते है। 26 जनवरी को भी ऐसी ही तसवीरें देश ने देखी किसान आंदोलन में भी दिल्ली पुलिस के करीब 500 जवान घायल हुए है। आज दिल्ली पुलिस आयुक्त एस. एन. श्रीवास्तव आउटर जिले में ऐसे घायल पुलिस कर्मियों का हौसला बढ़ाने पहुंचे और उनके संयम और समझदारी की तारीफ करते हुए दिल्ली पुलिस के अहिंसा के निर्णय को सही करार दिया। इस मौके पर दिल्ली पुलिस के संयुक्त आयुक्त सहित तमाम बड़े अधिकारी भी मौजूद थे। सभी को सम्बोधित करते हुए पुलिस आयुक्त एस.ऍन श्रीवास्तव ने दिल्ली पुलिस के अनुशासित फ़ोर्स है। वह पक्षपात नहीं करती यह भी स्वीकार किया कि पुलिस को आगे बहुत ही रणनीति सोच के साथ काम करना होगा।

इस मौके पर आउटर जिले के बड़े अधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। उनमें डीसीपी सुधांशु धामा भी मौजूद थे जिन्होंने अपने एक जवान को उग्र किसानों के चुंगल से छुड़ाया। पुलिस कमिश्नर के आने से पहले संयुक्त आयुक्त संजय सिंह सहित डीसीपी ने भी पुलिस कर्मियों के संयम और साहस की तारीफ़ की। हालांकि वहां बड़ी संख्या में बैठे घायल पुलिस कर्मियों ने कुछ भी बोलने से परहेज  किया, लेकिन उन्होंने अपने अनुभव सांझा किये उन्होंने यह जरूर कहा की हमें अब तो सबक लेना चाहिए। इस पर विचार करना चाहिए की कहाँ कमी रह गयी और उसके बाद यह तय करें एसी घटना फिर न हो।

पत्रकार जानना चाहते थे की दिल्ली की सीमाओं पर कटीले तार – बैरिगेट्स, कीलें आदि पर सवाल हो। साथ ही दिल्ली की तेज़ तर्रार पुलिस क्यों आये दिन ऐसी हिंसा की शिकार होती रहती है। लेकिन ये तमाम सवाल केवल सवाल रह गए। सीपी साहब घायल पुलिस कर्मियों से मिले। उनकी तारीफ की और अपने दिल्ली पुलिस के काम काज को बहुत बेहतर बताकर चल दिए। हालांकि उन्होंने यह जरूर संकेत दिए की दिल्ली पुलिस को ऐसे हालातों से निपटे के लिए सोच विचार कर नयी रणनीति बनानी होगी। इस घायल पुलिस कर्मियों के साथ साथ तमाम पुलिस फ़ोर्स की नजर रहेगी।

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