संवाददाता, दिल्ली दर्पण टीवी
नई दिल्ली।। पूरे देश में रंगों के त्योहार होली को हर्षोल्लास और आनंद के रूप में मनाया जाता है। अक्सर होली में प्रयोग होने वाले रंगों और इस त्योहार के उत्सव में खान-पान से होने वाले सेहत के नुकसान के बारे में पढ़ा और सुना जाता है। पर होली के त्योहार से सेहत को होने वाले फायदे भी है।
जानिए, क्या है फायदे-
होलिका दहन
होली की शुरुआत होलिका दहन के साथ होती है। यह त्योहार ऐसे मौसम में होता है जब पर्यावरण में कई तरह के बैक्टीरिया तेजी से बढ़ रहे होते हैं। होली के एक दिन पहले होने वाले होलिका दहन में इसके आसपास चलने की परंपरा है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसा करने और जगह-जगह होलिका जलाने से वातावरण के साथ शरीर पर मौजूद बैक्टीरिया मर जाते हैं। यह हमें कई तरह के रोगों से सुरक्षा देती है।
रंगों का मस्तिष्क पर प्रभाव
रंगों को हमारे मनोविज्ञान से जोड़कर देखा जाता है। होली के जीवंत रंगों में डूबा हुआ हमारा मन और शरीर इससे असंख्य प्रकार के लाभ का अनुभव करता है। विशेषज्ञों के मुताबिक लाल और चमकीले रंग दिल की धड़कन और श्वास को उत्तेजित करते हैं। वहीं पीले और नीले रंग न सिर्फ हमें खुशी का अनुभव कराते हैं साथ ही यह हमारी इंद्रियों को भी शांत करने में सहायक हैं।
होली के खान-पान
होली को इसके ठंडे और शीतल पेय पदार्थों के रूप में जाना जाता है। ठंडाई और कांजी जैसे प्रसिद्ध होली पेय न केवल शरीर और दिमाग को शीतलता देते हैं साथ ही इन्हें एंटी-ऑक्सीडेंट का एक उत्कृष्ट स्रोत भी माना जाता है। स्वादिष्ट ठंडाई में बादाम, दूध तरबूज के बीज, सौंफ के बीज और गुलाब की पंखुड़ियों को प्रयोग में लाया जाता है। ये सभी पदार्थ पोषक तत्वों और फाइबर से समृद्ध होते हैं।