संवाददाता, दिल्ली दर्पण टीवी
नई दिल्ली। उत्तरी दिल्ली नगर निगम में कांग्रेस दल के नेता और वरिष्ठ निगम पार्षद मुकेश गोयल ने महापौर द्वारा लांच की गई फ्री वाई-फाई योजना पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जिस वाई-फाई योजना को महापौर ने सोमवार को लांच किया है, उसके लिए अभी तक इंटरनेट मुहैया कराने वाली कंपनी ही तय नहीं हो पाई है। हर वार्ड में इसके लिए 20 राउटर लगाये जाने हैं, लेकिन अभी तक राउटर लगाने के लिए स्थान तक चिन्हित नहीं हो पाये हैं। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि नगर निगम में सत्ताधारी बीजेपी केवल हवा-हवाई घोषणाएं करने में जुटी है।
मुकेश गोयल ने कहा कि निगम के गोदामों में छोटे-मोटे कामों की मरम्मत के लिए सीमेंट तक नहीं है। पिछले वर्षों में निगम पार्षदों को अपने वार्डों में विकास कार्य कराने के लिए एक पैसा नहीं मिला है। सिंचाई का पानी बंद हो जाने की वजह से निगम के पार्कों में धूल उड़ रही है। निगम विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को पिछले एक साल में वर्दी, किताबें, स्टेशनरी, वजीफा, जूता आदि की राशि का एक पैसा तक नहीं मिला है। निगम के स्कूली बच्चों को बीते एक साल में एक भी दिन का मिड डे मील नहीं दिया गया।
मुकेश गोयल ने आगे कहा कि नगर निगम के काम केवल कागजों पर बताये जा रहे हैं, जबकि वास्तविकता यह है कि जमीन पर कोई काम नहीं हो रहा है। आने वाले 8-10 महीने बाद नगर निगम के चुनाव होने हैं। ऐसे सत्ताधारी बीजेपी को कुछ ठोस काम करने चाहिये, ताकि निगम पार्षद अपने इलाके में जाकर दोबारा जनता को अपना मुंह दिखा सकें। उन्होंने कहा कि बीजेपी नेताओं को फ्री वाई-फाई की हवा-हवाई लॉंचिंग करने के बजाय पहले इंटरनेट सेवा देने वाली कंपनी और राउटर लगाने के स्थान तय करने चाहिए थे। इससे भी जरूरी है कि जनता की सहूलियत के लिए हर पार्षद के वार्ड में कुछ ठोस काम कराये जाएं।