नेहा राठौर
तिहाड़ जेल में हुई गैंगस्टर अंकित गुर्जर की मौत के मामले में दिल्ली हाई कोर्ट ने एक बड़ा फैसला लिया है। कोर्ट ने इस केस को अब दिल्ली पुलिस से लेकर सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन यानी CBI को ट्रांसफर कर दिया है। इसी मांग खुद अंकित के परिवार ने की थी। वहीं, कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 28 अक्टूबर तय की है। इस दिन CBI स्टेटस रिपोर्ट पेश करेगी।
इस केस में अभी तक डिप्टी जेलर समेत कुल 4 लोगों को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, उसी जेल में बंद एक कैदी ने खुद को चश्मदीद बताते हुए जेल अधिकारियों पर अंकित की हत्या करने का आरोप लगाया है। साथ ही यह भी सामने आया है कि पुलिसवालों ने अंकित की काफी पिटाई भी की थी, इससे पहले उन्होंने वहां लगे CCTV कैमरों को बंद कर दिया गया था।
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बता दें कि अंकित गुर्जर की हत्या 4 अगस्त को तिहाड़ जेल में हुई थी। उस समय गुर्जर के परिवार ने एक याचिका में जेल अधिकारियों पर आरोप लगाया था कि जेल अधिकारी लगातार पीड़ित को परेशान कर रहे थे क्योंकि वह उनकी पैसों की बढ़ती मांग को पूरा नहीं कर पा रहा था, यही कारण है कि उसकी सुनियोजित साजिश के तहत हत्या कर दी गई। वहीं पुलिस की जांच में भी यह सामने आया था कि जेल अधिकारियों की अंकित के साथ हाथापाई हुई थी। पहली सुनवाई को दौरान दिल्ली हाई कोर्ट ने भी इसे हिरासत में हिंसा का मामला माना था। साथ ही कहा था कि इस घटना में जेल अधिकारियों द्वारा जबरदस्ती रंगदारी मांगने का बड़ा मुद्दा भी शामिल है।
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