Student Movement : 72 घंटे से भूख हड़ताल पर बैठे हैं रविंद्र बेरीवाल, ललित धामा और हेमंत कहा कि महाविद्यालय ने 6125 रुपए से बढ़ाकर 14365 रुपए कर दी हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय के अधीन आने वाला सत्यवती महाविद्यालय में फीस वृद्धि को वापस कराने को भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों ने शहीदे आजम भगत सिंह की जयंती पर फीस वापस कराने का संकल्प लिया। दरअसल बढ़ी फीस वापस कराने के लिए छात्र संघ के अध्यक्ष रविंद्र बेरीवाल, ललित धामा और हेमंत भूख हड़ताल पर बैठे हैं। इस अवसर रविंद्र बेरीवाल ने कहा है कि उनका आंदोलन तभी वापस होगा जब बढ़ी हुई फीस वापस हो जाएगी। उन्होंने कहा कि उन लोगों को महाविद्यालय के इशारे पर पुलिस प्रशासन परेशान कर रहा है। जहां प्रशासन को आंदोलित छात्रों को सुरक्षा देनी चाहिए वहीं प्रशासन उनके साथ हाथापाई कर रहा है। उन्होंने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया कि उनको आंदोलन खत्म करने के लिए डराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह ऐसे ही छात्र नेता नहीं बने हैं। वह डरने वाले नहीं हैं चाहे कुछ भी हो जाये पर वे छात्र छात्राओं की लड़ाई लड़ते रहेंगे।
भूख हड़ताल पर बैठे हेमंत ने कहा कि क्या ऐसे में गरीब छात्र छात्राएं पढ़ पाएंगे ? उनका कहना था कि सरकारी महाविद्यालय में तो गरीब छात्र और छात्राएं ही पढ़ने आते हैं। महविद्यालय के गेट पर अनिश्चितकालीन धरने का बैनर लगा है। पुलिस प्रशासन के आंदोलित छात्रों से झड़प देखी जा रही है। यह आंदोलन महाविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष रविन्द्र बेरीवाल की अगुआई में हो रहा है। दरअसल सत्यवती महाविद्यालय में भारी फ़ीस वृद्धि कर दी गई है।
फीस वृद्धि को लेकर यह आंदोलन 26 सितम्बर से चल रहा है। आंदोलन कर रहे छात्र-छात्राओं पर लाठीचार्ज करने के कारण कई छात्र अस्पताल में भर्ती हैं। महाविद्यालय का हाल यह है कि छात्र-छात्राएं अपनी कक्षाएं छोड़कर आंदोलन में भाग ले रहे हैं। बताया जा रहा है कि कई महाविद्यालयों में 1000 से ज्यादा फीस नहीं बढ़े हैं।