दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में रविवार को महिला सम्मेलन का आयोजन किया गया है। योग गुरु ने अपने संबोधन में कहा घर परिवार को अच्छा बनाएं 99 प्रतिशत धैर्य उनके पास एक प्रतिशत धैर्य टूटता है तो कहा जाता है कलह करा दी।
नई दिल्ली । दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में रविवार को महिला सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इस महिला सम्मेलन में योग गुरु बाबा रामदेव में महिलाओं को खुशहाल जीवन के गुर सिखाएं हैं।
अपना धैर्य न तोड़ें महिलाएं : योग गुरु
योग गुरु ने महिला सम्मेलन में पहुंची महिला को संबोधित करते हुए कहा, घर परिवार को अच्छा बनाएं, 99 प्रतिशत धैर्य उनके पास, एक प्रतिशत धैर्य टूटता है, तो कहा जाता है कलह करा दी। मां, अपना धैर्य न छोड़े, विपत्ति, अंधकार में भी खुद और ईश्वर पर विश्वास रखें। अपने स्वधर्म, मातृ धर्म से, योग धर्म और गुरु ज्ञान से अपना आपा कभी न खोना और इसी सूत्र से पतंजलि जैसा संस्थान चला रहा। सनातन धर्म आज तक जिंदा है तो इसमें मां, बहन, बेटियों का योगदान सबसे ज्यादा है।
पुरुषों की सौभाग्य का कारण हैं महिलाएं
पुरुषों में 25 प्रतिशत लोग नशेड़ी होते हैं और नहीं तो उन्हें अहंकार का नशा होता है, लेकिन माताओं के वजह से पुरुषों का गुजारा हो रहा है। क्योंकि पुरुषों का सौभाग्य का कारण महिलाएं हैं। कभी धीरज मत खोना, निजता से नीचे नहीं आना। अपना आपा न खोना। पिछले साढ़े तीन साल, चार साल से, चाहे कितना ही कार्य हो, देर सवेर हो, तय किया योग कभी छोड़ना है, यह किया, लोगों से कहां–रोज योग करेंगे और कराएंगे, सनातन पथ और ऋषियों के पथ पर चलेंगे और चलाएंगे। जब से व्यक्ति योग से दूर हुआ तो रोग, दुर्भाग्य, बेमानी, नास्तिकता आ गई, दुर्गुण, दोष आ गया, स्वधर्म से दूर चला गया। जिस दिन यह संसार योग से जुड़ जायेगा, दरिद्रता और रोगों से दूर हो जाएगा।
‘टीवी सीरियल देखना करें बंद’
उन्होंने आगे कहा- टीवी सीरियल, फिल्में देखना बंद कर दें, ओटीटी ने अनाप शनाप, चीजें, घृणा की आग, वासनाओं की आग…कामुकता की ज्वालाएं बच्चों तक में, इसलिए आपको बच्चों के दिल में कोई आग न लगा सकें, इससे बच्चों को बचाओ। उसकी जगह सृजनात्मकता पर हो जोर। लक्ष्य तय कर लो, जीवन का लक्ष्य।
हम तो राष्ट्रवादी हैं : योग गुरु
आजकल गैंग वाले सकते में हैं। देश में कुछ अच्छा-अच्छा हो रहा है। मैंने कहा, अतीक तो प्रतीक है, अभी तो एक लंबी यात्रा है। अतीक तो अतीत हो चुका है, वह तो छोटी-सी घटना है। मैं उसको बहुत बड़ा तुर्रम खां नहीं समझता, लेकिन जब अपराधी, अपराधी को जोड़ सकता है, आतंकवादी आतंकवादी को, हम तो राष्ट्रवादी हैं तो राष्ट्रवादी को जोड़ेंगे।